×

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर विवाद

बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के बीच विवाद गहरा गया है। राजद ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा कर दिया है, जिससे दोनों दलों के बीच सहमति की कमी स्पष्ट हो गई है। कांग्रेस अपने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी महागठबंधन से अलग होने का संकेत दिया है। इस स्थिति में महागठबंधन के टूटने की औपचारिक घोषणा आज की जा सकती है।
 

महागठबंधन में उठे विवाद के बाद संभावित टूट


पटना। बिहार में महागठबंधन (Grand Alliance) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। राजद ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जल्द ही इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, आज कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की एक बैठक होने वाली है, जिसके बाद महागठबंधन के टूटने की औपचारिक घोषणा की जा सकती है।


कांग्रेस के नेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पार्टी दूसरे चरण में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को इसके लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी छह सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अब महागठबंधन का हिस्सा नहीं है। इससे यह साफ हो गया है कि आज महागठबंधन के टूटने की औपचारिक घोषणा की जा सकती है।


कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि राजद हर सीट पर अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। राजद केवल 40-45 सीटें देने के लिए तैयार है, जिस पर कांग्रेस ने विरोध जताया है। राजद नेताओं का कहना है कि बिहार में उनका पुराना जनाधार है। वहीं, राजद के प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस को कुछ सीटें दी गई थीं, लेकिन वह असहमत हैं। कांग्रेस अपनी इच्छानुसार सीटों की मांग कर रही है। राजद नेताओं का कहना है कि महागठबंधन का गठन जनता के मुद्दों के लिए किया गया था, न कि सीट बंटवारे के लिए।