भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया तेज, संभावित नामों पर चर्चा
भाजपा के नए अध्यक्ष का चयन
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। वर्तमान अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कार्यकाल पहले ही आम चुनाव तक बढ़ा दिया गया था। अब चुनाव संपन्न हो चुके हैं, जिससे भाजपा के संगठनात्मक पुनर्गठन की प्रक्रिया में तेजी आई है। भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी को आधे से अधिक राज्यों में संगठनात्मक चुनाव संपन्न करने होते हैं।
राज्य इकाइयों में बदलाव की तैयारी
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले भाजपा कई राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों में भी बदलाव कर सकती है। उत्तराखंड में एक ब्राह्मण चेहरे की चर्चा हो रही है, जबकि उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्ग से अध्यक्ष की मांग बढ़ रही है। मध्य प्रदेश में पहली बार जनजातीय नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है, ताकि संगठन में सामाजिक संतुलन बना रहे।
संभावित नामों की सूची
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए कई प्रमुख नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, और कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल खट्टर शामिल हैं। इनमें से कुछ का संगठनात्मक अनुभव है, जबकि अन्य सामाजिक समीकरणों में फिट बैठते हैं।
जून में अधिसूचना की संभावना
सूत्रों के अनुसार, भाजपा जून के दूसरे सप्ताह में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए अधिसूचना जारी कर सकती है। इसके तहत राज्य स्तर पर संगठन चुनाव पूरे होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू होगी। नामांकन से लेकर मतदान तक सभी चरण पार्टी के संविधान के अनुसार होंगे, और एक केंद्रीय चुनाव समिति इस प्रक्रिया की निगरानी करेगी।
नए अध्यक्ष की रणनीति
भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष न केवल 2026 के विधानसभा चुनावों, बल्कि 2029 के आम चुनावों की रणनीति भी तैयार करेगा। इसलिए, यह चुनाव केवल नेतृत्व परिवर्तन नहीं, बल्कि पार्टी की भविष्य की दिशा तय करने वाला महत्वपूर्ण कदम होगा। विपक्ष भी इस पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।