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भाजपा ने उपराष्ट्रपति पद के लिए चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन को चुना

भारतीय जनता पार्टी ने चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया है। राधाकृष्णन, जो वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, एक ईमानदार और अनुशासित नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनके राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ शामिल हैं, जैसे कि लोकसभा सदस्य रहना और कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्य करना। जानें उनके जीवन और करियर के बारे में अधिक जानकारी।
 

उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का उम्मीदवार

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को चंद्रपुरम पोन्नुस्वामी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का उम्मीदवार घोषित किया। यह महत्वपूर्ण निर्णय पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया गया, जिसमें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अंतिम उम्मीदवार का चयन किया गया।


ईमानदार और अनुशासित नेता

राधाकृष्णन पर किसी भी प्रकार के घोटाले या विवाद का आरोप नहीं है। उन्हें एक ईमानदार, सादगीपूर्ण और अनुशासित नेता के रूप में जाना जाता है, जो प्रधानमंत्री मोदी की पसंद के अनुरूप हैं।


महाराष्ट्र के राज्यपाल

वर्तमान में, राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, जिन्होंने 31 जुलाई 2024 को इस पद की शपथ ली थी। इससे पहले, वे झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य कर चुके हैं और इस दौरान उन्हें राष्ट्रपति द्वारा तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था।


आरएसएस से जुड़ाव

राधाकृष्णन का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से पुराना संबंध है। उनका जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ। उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने, जिससे उनके सार्वजनिक जीवन की शुरुआत हुई।


राजनीतिक करियर की शुरुआत

राजनीतिक क्षेत्र में, उन्होंने 1996 में तमिलनाडु भाजपा के सचिव का पद संभाला। 1998 और 1999 में, उन्हें कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सदस्य चुना गया। सांसद के रूप में, वे कई महत्वपूर्ण संसदीय समितियों का हिस्सा रहे, जिनमें कपड़ा स्थायी समिति के अध्यक्ष, पीएसयू संबंधी समिति और वित्त परामर्शदात्री समिति शामिल हैं।


संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व

राधाकृष्णन 2004 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे और ताइवान यात्रा पर गए पहले भारतीय संसदीय दल के सदस्य भी रहे। 2004 से 2007 तक, उन्होंने तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और इस दौरान उन्होंने 19,000 किलोमीटर की लंबी 'रथ यात्रा' निकाली।


कॉयर बोर्ड के अध्यक्ष

2016 में, उन्हें कोच्चि स्थित कॉयर बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जहां उनके कार्यकाल में भारत का कॉयर निर्यात रिकॉर्ड 2532 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। 2020 से 2022 तक, वे भाजपा के केरल मामलों के प्रभारी भी रहे।


खेलों में रुचि

राधाकृष्णन को खेलों में भी गहरी रुचि है। वे कॉलेज स्तर पर टेबल टेनिस के चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रह चुके हैं, और उन्हें क्रिकेट और वॉलीबॉल का भी शौक है।