भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
शाहनवाज हुसैन का विपक्ष पर हमला
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने विपक्ष के नेताओं पर कड़ा प्रहार किया है। एक कार्यक्रम में उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा की।
तेजस्वी यादव पर सीधा आरोप
हुसैन ने तेजस्वी यादव को राहुल गांधी का 'चेला' बताते हुए कहा कि बिहार में विपक्ष मतदाताओं के बीच अफवाहें फैलाकर हंगामा खड़ा कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव के पास दो-दो वोटर आईडी कार्ड हैं और वे चुनाव आयोग पर निराधार आरोप लगाकर मतदाताओं को भ्रमित कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के बयान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 'बिहार के वोटरों का नाम तमिलनाडु में जोड़ने' का आरोप पूरी तरह से गलत है। शाहनवाज ने कांग्रेस को चेतावनी दी कि उन्हें इस तरह की अफवाहों की कीमत चुकानी पड़ेगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची से केवल उन लोगों के नाम हटाए गए हैं जो या तो deceased हैं, दूसरे स्थानों पर चले गए हैं, या जिनके नाम दो जगह दर्ज थे।
राहुल गांधी के बयान पर कटाक्ष
राहुल गांधी के 'एटम बम' बयान पर तंज
हुसैन ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि उनके पास सच में कोई 'एटम बम' होता, तो वह अब तक उसे चला चुके होते। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस संसद में बाधा डाल रही है और जनता को गुमराह कर रही है।
नीतीश कुमार की प्रशंसा और एनडीए की मजबूती
नीतीश कुमार की तारीफ, एनडीए को बताया मजबूत
हुसैन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 'बिहार का विश्वकर्मा' करार दिया और कहा कि उन्होंने राज्य के विकास के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनाव में एनडीए को बिहार में 200 से अधिक सीटें मिलेंगी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि 8 अगस्त को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुनौराधाम में माता सीता के मंदिर का शिलान्यास करेंगे, जिसे अयोध्या की तर्ज पर भव्य मंदिर बताया गया है।
शाहनवाज हुसैन के बयानों से स्पष्ट है कि भाजपा बिहार में एनडीए गठबंधन को मजबूत मानती है और विपक्ष को भ्रम फैलाने वाला करार देती है। तेजस्वी यादव पर निजी और राजनीतिक हमले हुए, जबकि नीतीश कुमार को विकास और स्थिरता का प्रतीक बताया गया।