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भाजपा में पुराने नेताओं की वापसी: नए अध्यक्षों की नियुक्ति

भाजपा ने हाल ही में विभिन्न राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की है, जिनमें से अधिकांश नेता पार्टी के पुराने सदस्य हैं। इन नेताओं के परिवारों की जड़ें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी हुई हैं। इस बदलाव के पीछे लोकसभा चुनाव में मिले झटके का असर माना जा रहा है। जानें किस राज्य में किस नेता को अध्यक्ष बनाया गया है और इसका पार्टी पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
 

भाजपा की नई अध्यक्ष नियुक्तियाँ

हाल ही में भाजपा ने चार दिनों में विभिन्न राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की है, जिनमें से अधिकांश नेता पार्टी के पुराने सदस्य हैं। इन नेताओं के परिवारों की जड़ें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी हुई हैं। पहले भाजपा ने बाहरी नेताओं को भी प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त किया था। उदाहरण के लिए, बिहार में लगातार तीन प्रदेश अध्यक्ष ऐसे थे जो अन्य पार्टियों से आए थे, और वर्तमान अध्यक्ष भी कांग्रेस के पूर्व सदस्य रहे हैं। मणिपुर और असम में कांग्रेस से आए नेता मुख्यमंत्री हैं, जबकि कर्नाटक में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई जनता दल से आए थे। इस बार लोकसभा चुनाव में मिले झटके के कारण भाजपा ने पुराने नेताओं को प्राथमिकता दी है। मिजोरम को छोड़कर, हर राज्य में पुराने नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष भी संघ से जुड़े किसी पुराने नेता को बनाया जाएगा।


भाजपा ने मध्य प्रदेश में हेमंत खंडेलवाल को अध्यक्ष नियुक्त किया है। खंडेलवाल ने बैतूल में भाजपा के जिला अध्यक्ष के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। उनके पिता भी बैतूल के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं और भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने बताया कि उनका परिवार एक सदी से कांग्रेस के खिलाफ खड़ा है। उनके दादा ने 1930 में कांग्रेस को हराकर नगरपालिका के अध्यक्ष का पद संभाला था। इसी तरह, पश्चिम बंगाल में सौमिक भट्टाचार्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, जो आरएसएस से जुड़े रहे हैं। वहां तृणमूल कांग्रेस से आए सुवेंदु अधिकारी को विधायक दल का नेता बनाया गया था, जिससे पार्टी में नाराजगी थी। इसे दूर करने के लिए सौमिक भट्टाचार्य को कमान सौंपी गई। वर्तमान में भाजपा के 75 विधायक हैं, लेकिन एक समय सौमिक भाजपा के एकमात्र विधायक थे।


आंध्र प्रदेश में भाजपा ने पीवीएन माधव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। माधव के पिता पीवी चलपति राव अविभाजित आंध्र प्रदेश में भाजपा के पहले अध्यक्ष रहे थे। माधव 2003 से भारतीय जनता युवा मोर्चा के साथ जुड़े हुए हैं। तेलंगाना में एन रामचंद्र राव को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है, जिनका करियर भी आरएसएस के छात्र संगठन से शुरू हुआ था। हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने राजीव बिंदल को तीसरी बार अध्यक्ष बनाया है, जो संघ और भाजपा के पुराने नेता हैं। उत्तराखंड में महेंद्र भट्ट को फिर से अध्यक्ष बनाया गया है। महाराष्ट्र में कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण को भी अध्यक्ष बनाया गया है, जिनका सार्वजनिक जीवन 2002 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के साथ शुरू हुआ था।