भारत और मंगोलिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगोलियाई राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना के साथ नई दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में दोनों देशों के बीच 70 वर्षों के संबंधों की सराहना की गई और विकास सहयोग को मज़बूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर चर्चा की गई। मोदी ने मंगोलिया में भारत के योगदान को महत्वपूर्ण बताया और नए व्यापार और परिवहन मार्गों की खोज पर जोर दिया। यह यात्रा दोनों देशों के लिए एक नई दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर है।
Oct 14, 2025, 16:13 IST
प्रधानमंत्री मोदी और मंगोलियाई राष्ट्रपति की बैठक
नई दिल्ली में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना के साथ एक द्विपक्षीय बैठक की। इस संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, मोदी ने राष्ट्रपति उखना का भारत में स्वागत करते हुए दोनों देशों के बीच 70 वर्षों के संबंधों की सराहना की। उन्होंने कहा, "मुझे राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना और उनके प्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। यह यात्रा खास है क्योंकि हम अपनी रणनीतिक साझेदारी के 10 वर्ष और द्विपक्षीय संबंधों के 70 वर्षों का जश्न मना रहे हैं। बैठक की शुरुआत 'एक पेड़ माँ के नाम' के तहत एक पौधा लगाकर की गई।
विकास सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करना
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और मंगोलिया के बीच मजबूत और स्थायी संबंधों की प्रशंसा की। उन्होंने मंगोलिया में भारत के सहयोग से चल रही कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि भारत मंगोलिया के विकास में एक विश्वसनीय साझेदार है। 1.7 अरब डॉलर की ऋण सहायता से मंगोलिया में बन रही तेल रिफाइनरी परियोजना भारत की सबसे बड़ी परियोजना है। इसके अलावा, कौशल विकास के क्षेत्र में भी संबंधों को मज़बूत किया गया है, जिससे मंगोलिया के युवाओं को नई उम्मीदें मिल रही हैं।
नए व्यापार और परिवहन मार्गों की खोज
मंगोलियाई राष्ट्रपति खुरेलसुख उखना ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नए परिवहन और रसद मार्गों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भूविज्ञान और खनिजों के क्षेत्र में कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के लिए नए परिवहन और रसद मार्गों की खोज के महत्व पर दोनों पक्ष सहमत हैं। एक मंगोलियाई एयरलाइन इस वर्ष के अंत में नई दिल्ली और अमृतसर के लिए चार्टर उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है। मंगोलिया ऊर्जा क्षेत्र में भारत के योगदान को अत्यधिक महत्व देता है।