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भारत और स्वीडन के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने वाली बैठक

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने स्वीडन के प्रमुख निवेशकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें भारत और यूरोप के बीच आर्थिक, तकनीकी और रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की गई। मंत्री ने भारत में विदेशी निवेश के अवसरों को उजागर करते हुए मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियानों में भागीदारी का आग्रह किया। बैठक के परिणामस्वरूप, भारत और यूरोपीय देशों के बीच उद्योग और तकनीकी आदान-प्रदान में वृद्धि की उम्मीद है।
 

महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन

सूचना स्रोत: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को स्वीडन की साब (Saab) और स्कैंडिनेविस्का एन्स्किल्डा बैंकन (SEB) के चेयरमैन मार्कस वॉलेनबर्ग, EQT एशिया की चेयरपर्सन जीन सलाटा, और EQT प्राइवेट कैपिटल एशिया के साउथ एवं साउथईस्ट एशिया के चेयरमैन जिम्मी महांती के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।



इस बैठक में भारत और यूरोप के बीच आर्थिक, तकनीकी और रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की गई। उन्नत प्रौद्योगिकी, रक्षा क्षेत्र, सतत बुनियादी ढांचे और हरित विकास जैसे विषयों पर विशेष ध्यान दिया गया। मंत्री गोयल ने बताया कि भारत वर्तमान में दुनिया की सबसे तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और यहां विदेशी निवेश के लिए कई अवसर उपलब्ध हैं।


उन्होंने निवेशकों से भारत के मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियानों में भागीदारी करने का आग्रह किया। मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत का लक्ष्य केवल आर्थिक विकास नहीं, बल्कि सतत और पर्यावरण अनुकूल विकास को भी सुनिश्चित करना है। बैठक में रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में भारत-स्वीडन तकनीकी सहयोग, नवाचार और निवेश को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई।


बैठक के परिणामस्वरूप, यह उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में भारत और यूरोपीय देशों के बीच उद्योग, निवेश और तकनीकी आदान-प्रदान में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। मंत्री गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं और सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि भारत को वैश्विक विनिर्माण और नवाचार का केंद्र बनाया जा सके।