भारत की आर्थिक प्रगति: पीएम मोदी ने वैश्विक मंदी के बीच देश की सफलता की कहानी साझा की
प्रधानमंत्री मोदी का विकास पर जोर
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति के बारे में महत्वपूर्ण बातें साझा की। उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया मंदी और अनिश्चितताओं का सामना कर रही है, तब भारत तेजी से विकास की नई कहानी लिख रहा है। पीएम मोदी ने बताया कि भारत अब आत्मविश्वास और स्थिरता का प्रतीक बनता जा रहा है। जबकि अन्य देशों में विश्वास की कमी देखी जा रही है, भारत एक ट्रस्ट का स्तंभ और ब्रिज-बिल्डर के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।
जीडीपी आंकड़ों का महत्व
पीएम मोदी ने हाल ही में जारी किए गए क्वार्टर-2 के जीडीपी आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये आंकड़े भारत की प्रगति को दर्शाते हैं। देश की विकास दर आठ प्रतिशत से अधिक रही, जो केवल आंकड़े नहीं, बल्कि मजबूत माइक्रोइकॉनॉमिक संकेत हैं। उन्होंने बताया कि भारत अब वैश्विक अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण विकासकर्ता बन रहा है, जबकि अन्य देशों में औसत विकास दर केवल तीन प्रतिशत है। पहले महंगाई की चिंता थी, लेकिन अब स्थिति में सुधार हुआ है और महंगाई दर नियंत्रित हो गई है।
पूर्वी भारत में निवेश के अवसर
प्रधानमंत्री ने पूर्वी भारत में निवेश और विकास के अवसरों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश का बहुत बड़ा सामर्थ्य लंबे समय तक अप्रयुक्त रहा है, जिसे अब उपयोग में लाया जा रहा है। पूर्वी भारत, उत्तर-पूर्व, ग्रामीण क्षेत्र, टियर-2 और टियर-3 शहरों में निवेश के अवसर बढ़ रहे हैं। छोटे शहर अब स्टार्टअप और एमएसएमई के केंद्र बन रहे हैं, और गांवों में आधुनिक सुविधाओं का विस्तार हो रहा है।
युवाओं का योगदान
पीएम मोदी ने भारतीय स्पेस सेक्टर का उदाहरण देते हुए बताया कि पहले यह क्षेत्र पूरी तरह सरकारी नियंत्रण में था, लेकिन अब इसे निजी क्षेत्र के लिए खोला गया है। इसके परिणामस्वरूप कई नई स्पेस टेक कंपनियां तेजी से उभर रही हैं। उन्होंने हैदराबाद में स्काईरूट के इन्फिनिटी कैंपस का उदाहरण दिया, जो हर महीने रॉकेट बनाने की क्षमता पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया है और देश के युवा इसमें नए अवसरों का निर्माण कर रहे हैं।
भारत का भविष्य
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश स्पष्ट था कि भारत न केवल आर्थिक विकास में अग्रणी बन रहा है, बल्कि नए क्षेत्रों और अनटैप्ड पोटेंशियल को भी सक्रिय करके भविष्य के लिए तैयार हो रहा है। यह प्रक्रिया देश को सामाजिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।