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भारत की प्रगति: सुरक्षा तंत्र और विकास सुधारों की रणनीति

नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रगति पर चर्चा की, जिसमें सुरक्षा तंत्र और विकास सुधारों की रणनीति का महत्व बताया गया। उन्होंने बताया कि 2013-14 से 2022-23 के बीच 24 करोड़ भारतीय गरीबी से बाहर आए हैं और भारत ने ऊर्जा परिवर्तन में भी महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। जानें और क्या-क्या उपलब्धियाँ भारत ने हासिल की हैं और कैसे यह विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
 

संयुक्त राष्ट्र में नीति आयोग का संबोधन

सुमन बेरी, नीति आयोग के उपाध्यक्ष, ने संयुक्त राष्ट्र में एक कार्यक्रम के दौरान भारत की सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत ने सुरक्षा तंत्र और विकास को बढ़ावा देने वाले सुधारों की दोहरी रणनीति के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रगति की है।


गरीबी से बाहर आने वाले भारतीय

बेरी ने बताया कि 2013-14 से 2022-23 के बीच 24 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर निकल चुके हैं। इसके अलावा, 2015 के बाद से सामाजिक सुरक्षा कवरेज में भी दोगुनी वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत 2030 से पहले मातृ और शिशु मृत्यु दर के स्वास्थ्य लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है।


ऊर्जा परिवर्तन में प्रगति

उपाध्यक्ष ने बताया कि भारत ने ऊर्जा परिवर्तन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि देश की स्थापित विद्युत क्षमता का 50 प्रतिशत गैर-जीवाश्म ईंधन स्रोतों से प्राप्त किया गया है, जो अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


एसडीजी के संकेतकों पर कार्य

सुमन बेरी ने कहा कि लोकतंत्र में विकास एक राजनीतिक कार्य है और हम एसडीजी के संकेतकों और बौद्धिक ढांचे पर लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारत का समावेशी विकास एजेंडा और 2015 में वैश्विक स्तर पर अपनाए गए एजेंडे का एक सुखद संगम है।