भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ डाक सेवाएं निलंबित कीं
पाकिस्तान के खिलाफ भारत का नया कदम
पाहलगाम आतंकवादी हमला: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान के साथ सभी डाक और पार्सल सेवाओं को तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया है। यह निर्णय हवाई और जमीनी मार्गों से होने वाले सभी मेल और पार्सल के आदान-प्रदान पर लागू होगा। डाक विभाग ने इस निलंबन की जानकारी देने के लिए एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया है। इस कदम का प्रभाव दोनों देशों के बीच व्यक्तिगत पत्राचार और व्यापारिक डाक पर पड़ेगा।
डाक सेवाओं का इतिहास
भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाएं पहले से ही सीमित थीं। अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद, पाकिस्तान ने डाक सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था, जो तीन महीने बाद फिर से शुरू हुईं। हालाँकि, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई, जिसके बाद भारत ने इन सेवाओं को पूरी तरह से रोकने का निर्णय लिया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को और बढ़ाएगा, विशेषकर उन लोगों के लिए जो पारिवारिक या व्यावसायिक डाक पर निर्भर थे।
आयात पर प्रतिबंध
यह निलंबन भारत द्वारा पाकिस्तान से सभी आयात और पारगमन पर तत्काल प्रतिबंध लगाने के कुछ घंटों बाद लागू हुआ है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने बताया कि पाकिस्तान से भारत का आयात पहले ही बहुत कम था, जो प्रति वर्ष केवल 0.5 मिलियन डॉलर के आसपास था। अब यह पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमालयन पिंक साल्ट (सेंधा नमक) को छोड़कर भारत में किसी भी वस्तु की कमी महसूस नहीं होगी। श्रीवास्तव ने इस कदम को प्रतीकात्मक लेकिन महत्वपूर्ण बताया, क्योंकि 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी सामानों पर 200% शुल्क लगाकर आयात को पहले ही न्यूनतम कर दिया था।