भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर ट्रंप के दावे को पाकिस्तान ने किया खारिज
पाकिस्तान ने ट्रंप के दावे को नकारा
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के लिए की गई मध्यस्थता के दावे को पाकिस्तान ने भी खारिज कर दिया है। पहले ट्रंप का धन्यवाद करने वाला पाकिस्तान अब यह स्वीकार कर रहा है कि भारत ने किसी भी प्रकार की मध्यस्थता को अस्वीकार कर दिया था। यह जानकारी पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने दी। उन्होंने मंगलवार को अलजजीरा को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि भारत ने कभी भी किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं किया।
भारत का दोपक्षीय मुद्दा
जब इशाक डार से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान संघर्ष के समाधान के लिए किसी तीसरे पक्ष को शामिल करने के लिए तैयार है, तो उन्होंने कहा, 'हमें कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन भारत ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह एक दोपक्षीय मुद्दा है।' उल्लेखनीय है कि भारत ने पाकिस्तान की भूमि पर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इसके तीन दिन बाद, ट्रंप ने 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर की जानकारी दी।
बातचीत का रास्ता
डार ने अपने साक्षात्कार में बताया कि ट्रंप की घोषणा के बाद उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो से पूछा था कि क्या अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद को सुलझाने में मदद कर रहा है। रूबियो ने कहा कि भारत का स्पष्ट मानना है कि यह एक दोपक्षीय मुद्दा है। डार ने कहा कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार है और मानता है कि संवाद ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है, लेकिन इसके लिए दोनों पक्षों की भागीदारी आवश्यक है।
भाजपा का राहुल गांधी पर हमला
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार के बयान के बाद, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने डार के बयान को साझा करते हुए लिखा, 'भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर में कोई तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी।' उन्होंने राहुल गांधी को चेतावनी दी कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा है कि भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को अस्वीकार कर दिया है।