भारत में आर्थिक असमानता: 1,687 अरबपतियों के पास आधी जीडीपी
भारत में संपत्ति का केंद्रीकरण
नई दिल्ली। भारत में आर्थिक असमानता और संपत्ति के केंद्रीकरण का एक और बड़ा प्रमाण सामने आया है। हुरुन इंडिया, जो पिछले 13 वर्षों से देश के सबसे अमीर लोगों की सूची तैयार कर रहा है, ने खुलासा किया है कि भारत की आधी जीडीपी के बराबर संपत्ति केवल 1,687 व्यक्तियों के पास है। इस रिपोर्ट के अनुसार, इन 1,687 अरबपतियों की कुल संपत्ति 167 लाख करोड़ रुपए है। इस सूची में सबसे अमीर व्यक्ति रिलायंस समूह के मुकेश अंबानी हैं, जिनकी संपत्ति 9.55 लाख करोड़ रुपए है।
अरबपतियों की संख्या में वृद्धि
हुरुन इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि गौतम अडानी और उनका परिवार 8.15 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं। एक अक्टूबर को जारी की गई इस सूची में 1,687 व्यक्तियों को शामिल किया गया है, जिनकी कुल संपत्ति भारत की जीडीपी का लगभग आधा है। इस सूची में अरबपतियों की संख्या अब साढ़े तीन के पार पहुंच गई है, जो पिछले 13 वर्षों में छह गुना वृद्धि दर्शाता है।
महिलाओं और युवा अरबपतियों की उपस्थिति
इस सूची में शामिल व्यक्तियों में से 451 मुंबई, 223 दिल्ली और 116 बेंगलुरु से हैं। इसमें 101 महिलाएं भी शामिल हैं। सबसे कम उम्र के अरबपति 22 वर्षीय कैवल्य वोहरा हैं, जो जेप्टो के सह-संस्थापक हैं। उनके साथी 23 वर्षीय आदित पालिचा के साथ मिलकर 5.9 अरब डॉलर की क्विक कॉमर्स स्टार्टअप का संचालन करते हैं। बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान भी पहली बार इस सूची में शामिल हुए हैं, जिनकी संपत्ति 12,490 करोड़ रुपए है।