भारतीय सेना प्रमुख ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया
जनरल द्विवेदी का बयान
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर को एक प्रारंभिक कदम बताया और पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। चाणक्य डिफेंस डायलॉग में उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देता है, तो यह हमारे लिए चिंता का विषय बन जाता है। उन्होंने कहा कि हम प्रगति की बात करते हैं, लेकिन यदि कोई बाधा उत्पन्न होती है, तो हमें उचित कार्रवाई करनी होगी। आतंकवादियों और उनके आकाओं को हम निश्चित रूप से जवाब देंगे। यदि कोई धमकी भरा पत्र भी प्राप्त होता है, तो हम जानते हैं कि किसे जवाब देना है।
ऑपरेशन सिंदूर का विवरण
जनरल द्विवेदी ने यह भी बताया कि पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद और राज्य प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा देने में लगा हुआ है। मई में किया गया ऑपरेशन सिंदूर केवल एक ट्रेलर था। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी शिविरों पर हमला किया गया, जो जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों से जुड़े थे। भारत ने इस दौरान SCALP क्रूज मिसाइलों और गाइडेड बमों का उपयोग किया और किसी भी प्रकार के नुकसान से बचने पर जोर दिया।
सुरक्षा स्थिति में सुधार
2019 के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर टिप्पणी करते हुए, जनरल द्विवेदी ने कहा कि आतंकवाद में कमी आई है और पथराव की घटनाएं नहीं हुई हैं।
चीन के साथ संबंधों में सुधार
जनरल द्विवेदी ने यह भी कहा कि अक्टूबर 2024 से दोनों पक्षों के राजनीतिक नेताओं के बीच बातचीत के बाद चीन के साथ संबंधों में सुधार हुआ है। पिछले एक वर्ष में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे संबंधों में काफी सुधार हुआ है। जब राजनीतिक दिशाएँ स्पष्ट होती हैं, तो इसका हर स्तर पर लाभ होता है। प्रधानमंत्री और चीनी नेतृत्व के बीच बातचीत हुई और समाधान निकाला गया। सीमा पर जितनी अधिक बातचीत होगी, उतना ही बेहतर होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा पर चीन के साथ हमारा जमीनी स्तर पर बहुत अच्छा सहयोग और बातचीत चल रही है।