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मनोज तिवारी ने एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैच पर उठाए सवाल

पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि हाल के पाहलगाम आतंकी हमले के बाद इस तरह का मैच खेलना उचित नहीं है। तिवारी का मानना है कि मानव जीवन की कीमत खेल से कहीं अधिक होनी चाहिए। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। जानें तिवारी के विचार और भारत-पाकिस्तान के खेल संबंधों पर उनके सवाल।
 

मनोज तिवारी की चिंता

मनोज तिवारी: भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा चर्चा का विषय रहते हैं, लेकिन इस बार एशिया कप 2025 में 14 सितंबर को दुबई में होने वाले मैच को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने इस मैच के आयोजन पर कड़ी आपत्ति जताई है।


पाहलगाम हमले की याद

तिवारी का मानना है कि पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद इस तरह का मैच आयोजित करना उचित नहीं है, क्योंकि इससे मानव जीवन की कीमत को नजरअंदाज किया जा रहा है। हाल के दिनों में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के खिलाफ विरोध बढ़ा है, जिसमें तिवारी भी शामिल हैं।


आत्मा की आवाज

मनोज तिवारी ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि पाहलगाम में हुए हमले में कई निर्दोष लोगों की जान गई थी। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा, लेकिन अब यह सब भुला दिया गया है और दोनों टीमें क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने होंगी। तिवारी ने कहा, "मुझे आश्चर्य होता है कि यह मैच हो रहा है। इतने बड़े हमले के बाद, जिसमें निर्दोष लोगों की जान गई, सब कुछ भूलकर खेल का आयोजन हो रहा है। क्या इंसान की जान की कोई कीमत नहीं?"


खेल से अधिक महत्वपूर्ण जीवन

तिवारी का मानना है कि खेल से ज्यादा महत्वपूर्ण मानव जीवन है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस मैच को नहीं देखेंगे। उनके अनुसार, "पाकिस्तान के साथ खेलकर क्या हासिल होगा? इंसान की जान की कीमत खेल से कहीं अधिक होनी चाहिए। मैं इस मैच को देखने का सवाल ही नहीं उठता।" तिवारी का यह बयान सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां कई प्रशंसक उनके विचारों का समर्थन कर रहे हैं।


भारत-पाकिस्तान खेल संबंधों पर सवाल

भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय खेल संबंधों पर रोक लगा रखी है। हालांकि, विश्व कप और ओलंपिक जैसे बहुपक्षीय टूर्नामेंट में दोनों देशों की टीमें भाग लेती हैं, क्योंकि ये आयोजन तटस्थ स्थानों पर होते हैं और अंतरराष्ट्रीय खेल संगठनों के तहत आयोजित किए जाते हैं।