ममता बनर्जी ने अमित शाह की की मीर जाफर से तुलना, केंद्र सरकार पर उठाए सवाल
ममता बनर्जी का अमित शाह पर हमला
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तुलना मीर जाफर से की है। उन्होंने कहा कि अमित शाह देश में 'कार्यवाहक प्रधानमंत्री' की भूमिका निभा रहे हैं। कोलकाता एयरपोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि वे अमित शाह पर अधिक भरोसा न करें, क्योंकि एक दिन वे मीर जाफर बनकर उन्हें धोखा दे सकते हैं।
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वे बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कराने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार देश को नष्ट कर देगी। ममता ने कहा कि उन्होंने कई सरकारें देखी हैं, लेकिन ऐसी अहंकारी और तानाशाह सरकार पहले कभी नहीं देखी। उन्हें याद रखना चाहिए कि आज वे सत्ता में हैं, कल नहीं। उनके पार्टी के नेता ने कहा है कि बंगाल में 8 लाख वोटरों के नाम काटे जाएंगे। ऐसे में, जब बंगाल में बारिश, बाढ़ और त्योहार चल रहे हैं, वे 15 दिन के भीतर SIR कराने की बात कर रहे हैं। इसमें बीजेपी का भी कमीशन होगा।
ममता ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब केंद्रीय गृहमंत्री का खेल है। वे एक्टिंग प्राइम मिनिस्टर की तरह काम कर रहे हैं। ममता ने कहा कि मुझे दुख है कि प्रधानमंत्री भी इस सब को जानते हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहूंगी कि अमित शाह पर हमेशा भरोसा मत करें। एक दिन वे आपके बड़े मीर जाफर बन जाएंगे। पहले से सावधान रहें।
ममता ने केंद्र पर बाढ़ राहत के लिए फंड न देने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा चुनावों के लिए पैसा जुटा लेती है, लेकिन आपदा राहत के लिए नहीं। उत्तरी बंगाल में पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश और भूस्खलन से 32 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं।
PM मोदी के मिरिक पुल हादसे पर दिए बयानों पर पलटवार करते हुए ममता ने कहा कि बंगाल गुजरात नहीं है। 2022 में गुजरात के मोरबी में पुल गिरने से 130 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। राज्य सरकार ने राहत कार्यों को तेज कर दिया है। अब तक 500 राहत किट वितरित किए जा चुके हैं, जिसमें कंबल, चावल, दाल, सूखा राशन और दूध शामिल हैं। लगभग 1,000 फंसे पर्यटकों को 45 बसों से सुरक्षित निकाला गया है।
मिरिक में अस्थायी पुल 15 दिनों में बन जाएगा और नया पुल अगले मानसून से पहले तैयार हो जाएगा। ममता अगले हफ्ते फिर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी ताकि राहत कार्यों की निगरानी कर सकें।