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मलेशिया के प्रधानमंत्री ने वैश्विक व्यापार में खतरों पर जताई चिंता

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने वैश्विक व्यापार को हथियार बनाने के खतरे के बारे में चेतावनी दी है। उन्होंने आसियान देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में अमेरिका के बढ़ते व्यापार शुल्क के प्रभावों पर चर्चा की। अनवर ने सदस्य देशों से एकजुट होकर काम करने का आग्रह किया और व्यापार संबंधी खतरों का सामना करने के लिए मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जानें इस बैठक में क्या चर्चा हुई और अमेरिका के व्यापार शुल्क का आसियान देशों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
 

वैश्विक व्यापार को लेकर चेतावनी

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने बुधवार को वैश्विक व्यापार को हथियार बनाने के खतरे के बारे में चेतावनी दी। दक्षिण पूर्व एशिया के विदेश मंत्रियों ने अमेरिकी व्यापार शुल्क के बढ़ते खतरे के बीच अपनी वार्षिक बैठक की शुरुआत की। अमेरिकी शुल्क का खतरा दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) को प्रभावित कर रहा है।


आसियान देशों की स्थिति

इस संगठन में 10 देश शामिल हैं, जिनमें से छह देश उन 14 देशों में हैं, जिन पर अमेरिका का निर्यात शुल्क एक अगस्त से काफी बढ़ सकता है। अनवर ने बैठक की शुरुआत में कहा कि दुनिया अब एक ऐसे युग में प्रवेश कर रही है जहां शक्ति सिद्धांतों को अस्थिर कर देती है। उन्होंने कहा कि जिन चीजों का उपयोग कभी विकास के लिए किया जाता था, अब उनका इस्तेमाल दबाव बनाने और अलग-थलग करने के लिए किया जा रहा है।


आसियान की एकजुटता की आवश्यकता

अमेरिका का नाम लिए बिना, अनवर ने आसियान से व्यापार संबंधी खतरों का सामना करने के लिए एकजुट होकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "हमारी एकजुटता केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं रहनी चाहिए।" उन्होंने सदस्य देशों से आसियान के भीतर व्यापार को बढ़ावा देने, क्षेत्रीय एकीकरण में निवेश करने और बाहरी शक्तियों पर निर्भरता को कम करने का आह्वान किया।


अमेरिका के व्यापार शुल्क की घोषणा

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार अप्रैल में शुल्क की घोषणा की थी, लेकिन फिर समझौते के लिए इन्हें 90 दिन के लिए टाल दिया। मंगलवार को उन्होंने 14 देशों पर 25 से 40 प्रतिशत की दर से नए शुल्क की घोषणा की, जो एक अगस्त से लागू होंगे, बशर्ते नए समझौते न हों। ट्रंप ने यह भी चेतावनी दी कि यदि कोई देश जवाबी कार्रवाई करता है, तो वे शुल्क बढ़ा देंगे।


आसियान देशों की द्विपक्षीय वार्ता

आसियान सदस्यों ने अमेरिका के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू की है। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि वे एक साझा रुख अपनाने के लिए इस वर्ष के अंत में आसियान-अमेरिका शिखर सम्मेलन आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।


आंतरिक चुनौतियों का सामना

वियतनाम अब तक केवल ऐसा देश है जिसने शुल्क को 46 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर लिया है। वहीं, थाईलैंड और कंबोडिया पर 36 प्रतिशत, इंडोनेशिया पर 32 प्रतिशत, मलेशिया पर 25 प्रतिशत और लाओस तथा म्यांमा पर 40 प्रतिशत शुल्क लगने का खतरा है। व्यापार घाटे के अलावा, इस समूह को बढ़ती आंतरिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है, जैसे म्यांमा में जारी गृहयुद्ध और थाईलैंड तथा कंबोडिया के बीच सीमा विवाद। आसियान में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, ब्रुनेई दारुस्सलाम, वियतनाम, लाओस, म्यांमा और कंबोडिया शामिल हैं।