महादेवी की वापसी: महाराष्ट्र सरकार की वनतारा से बातचीत और जनभावनाएं
महादेवी की वापसी को लेकर महाराष्ट्र में हलचल
गुजरात के जामनगर में स्थित रिलायंस फाउंडेशन के वन्यजीव संरक्षण केंद्र 'वनतारा' में भेजी गई हथिनी महादेवी (जिसे माधुरी भी कहा जाता है) की वापसी को लेकर महाराष्ट्र में लोगों की भावनाएं उभरकर सामने आ रही हैं। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वनतारा प्रबंधन से बातचीत की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वनतारा का महादेवी को अपने पास रखने का कोई इरादा नहीं है और वे सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रहे हैं.
कानूनी प्रक्रिया में भागीदारी
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार हथिनी की सुरक्षित वापसी के लिए कानूनी प्रक्रिया में शामिल होगी। इसके साथ ही, कोल्हापुर के नंदनी मठ में महादेवी के लिए पुनर्वास केंद्र स्थापित करने में वनतारा का सहयोग भी प्राप्त होगा.
फडणवीस की वनतारा अधिकारियों से बैठक
बुधवार को, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में वनतारा परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। यह परियोजना रिलायंस फाउंडेशन द्वारा संचालित की जाती है। बैठक में महादेवी की वापसी पर विस्तार से चर्चा की गई.
महादेवी को रखने का कोई इरादा नहीं
वनतारा के एक अधिकारी ने भी पुष्टि की कि उनके पास महादेवी को अपने पास रखने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि हम केवल सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन कर रहे हैं और महादेवी की देखभाल कर रहे हैं.
कोल्हापुर में पुनर्वास केंद्र की योजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि वनतारा ने राज्य सरकार को कोल्हापुर जिले के नंदनी मठ के पास एक पुनर्वास केंद्र स्थापित करने में सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इसके लिए वन विभाग ने भूमि का चयन कर लिया है.
जनभावनाओं के चलते सरकार की पहल
महादेवी को वनतारा भेजे जाने के बाद जनता में भारी विरोध देखने को मिला। इसके बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने घोषणा की कि सरकार हथिनी को वापस लाने के लिए कानूनी विकल्प तलाशेगी। उन्होंने कहा कि जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करेगी.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुई थी शिफ्टिंग
महादेवी, जिसे माधुरी के नाम से भी जाना जाता है, पिछले तीन दशकों से कोल्हापुर के नंदनी मठ में थी। पशु अधिकार संगठन PETA और अन्य संस्थाओं द्वारा उसकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. 22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने महादेवी को जामनगर स्थित वनतारा में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था.