महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: चुनाव आयोग ने मतदाता सूची की पारदर्शिता पर जताया विश्वास
चुनाव आयोग का बयान
नई दिल्ली - महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के संदर्भ में चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है। आयोग का कहना है कि मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया विश्व की सबसे कठोर और पारदर्शी प्रक्रियाओं में से एक है, जिसमें सभी राजनीतिक दलों की भागीदारी होती है। इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के खिलाफ दावे, आपत्तियाँ और अपील करने की व्यवस्था भी मौजूद है। यह जानकारी देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्टॉकहोम (स्वीडन) में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दी। इस सम्मेलन में लगभग पचास देशों के चुनाव प्रबंधन संस्थानों ने भाग लिया।
सम्मेलन का उद्देश्य सभी देशों के बीच चुनावी विश्वसनीयता को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों को साझा करना था। पहले वक्ता के रूप में कुमार ने भारत में चुनावी प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसमें राजनीतिक दलों की उपस्थिति में मतदाता सूची का निर्माण, ईवीएम की जांच और मतदान के बाद राजनीतिक दलों को मतदान की जानकारी देने की व्यवस्था शामिल है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में दो करोड़ से अधिक कर्मचारी शामिल होते हैं और प्रत्येक कार्य के लिए एक निर्धारित नियम प्रक्रिया बनाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2024 के चुनाव में 743 राजनीतिक दलों ने भाग लिया, जिसमें छह राष्ट्रीय दल, 67 राज्य स्तरीय दल और अन्य पंजीकृत दल शामिल थे। इस चुनाव में 62 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) का उपयोग किया गया और कुल 20271 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे।