×

मुहर्रम 2025: आशूरा के दिन की तैयारी और प्रशासनिक उपाय

मुहर्रम 2025 का महीना 27 जून से शुरू हो रहा है, जिसमें आशूरा का दिन 6 जुलाई को मनाया जाएगा। यह दिन इमाम हुसैन की शहादत की याद में विशेष महत्व रखता है। इस अवसर पर सरकारी छुट्टियाँ रहेंगी और सभी सार्वजनिक कार्यालय बंद रहेंगे। साथ ही, उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं, जिसमें 900 से अधिक लोगों को नजरबंद किया गया है। जानें इस दिन की विशेषताएँ और प्रशासनिक तैयारियों के बारे में।
 

मुहर्रम का महत्व और आशूरा का दिन

इस्लामिक कैलेंडर का एक प्रमुख महीना, मुहर्रम, इस वर्ष 27 जून 2025 से आरंभ हो रहा है। यह महीना शिया और सुन्नी मुस्लिम समुदायों के लिए श्रद्धा, शोक और आत्मनियंत्रण का प्रतीक है। मुहर्रम के 10वें दिन, जिसे 'आशूरा' कहा जाता है, इमाम हुसैन की शहादत को याद किया जाता है। इस बार यह दिन 6 जुलाई, रविवार को आएगा।


आशूरा के दिन की छुट्टियाँ

राजपत्रित अवकाश की सूची के अनुसार, मुहर्रम का सबसे पवित्र दिन 'आशूरा' 6 जुलाई को मनाया जाएगा। इस दिन शिया समुदाय ताज़िया, मातम और जुलूसों के माध्यम से इमाम हुसैन की शहादत को श्रद्धांजलि देता है, जबकि सुन्नी समुदाय रोजा रखता है, नमाज़ अदा करता है और दान करता है। चूंकि यह दिन रविवार को है, जो पहले से ही अवकाश का दिन है, सरकारी छुट्टी मान्य रहेगी और सभी सार्वजनिक कार्यालय, बैंक, स्कूल और डाकघर बंद रहेंगे।


शेयर बाजार और वित्तीय गतिविधियों पर प्रभाव

शेयर बाजार और वित्तीय गतिविधियां भी रहेंगी स्थगित

मुहर्रम के दिन भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज जैसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में कोई ट्रेडिंग नहीं होगी। इसमें इक्विटी, मुद्रा डेरिवेटिव, ब्याज दर डेरिवेटिव, और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (SLB) से संबंधित सभी गतिविधियां शामिल हैं। इसके अलावा, कई निजी संस्थानों और कॉर्पोरेट दफ्तरों में भी अवकाश रहेगा।


सुरक्षा उपाय और प्रशासनिक तैयारियाँ

सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रशासन अलर्ट

मुहर्रम के अवसर पर संभावित तनाव से बचने के लिए उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 900 से अधिक लोगों को एहतियातन नजरबंद किया गया है। जिलाधिकारी राजेन्द्र पेंसिया ने कहा है कि जो भी व्यक्ति सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उसकी जमानत भी जब्त की जा सकती है।

यूपी पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने सभी पुलिस इकाइयों को निर्देश दिए हैं कि नए जुलूसों या मार्गों की अनुमति न दी जाए। साथ ही, जुलूसों में हथियारों के प्रदर्शन पर रोक रहेगी। राज्य भर में सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी, सुबह गश्त और आपत्तिजनक पोस्टरों की जांच जैसे कदम उठाए जा रहे हैं ताकि मुहर्रम शांतिपूर्वक और सुरक्षित माहौल में मनाया जा सके।