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यशस्वी जायसवाल ने एशिया कप 2025 में चयन न होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी

युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने एशिया कप 2025 में चयन न होने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि चयन उनके हाथ में नहीं है और वह केवल मेहनत कर सकते हैं। शुभमन गिल की टीम में वापसी के बाद यशस्वी और श्रेयस अय्यर को बाहर रखा गया, जिससे प्रशंसक नाराज हैं। यशस्वी ने अपने टेस्ट करियर में सफलता के बारे में भी बात की और इंग्लैंड दौरे पर अपने माता-पिता के सामने शतक बनाने को एक खास पल बताया।
 

युवा बल्लेबाज की प्रतिक्रिया

एशिया कप 2025: भारतीय टीम में स्थान न मिलने पर युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने चयनकर्ताओं के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि चयन उनके नियंत्रण में नहीं है और वह केवल मेहनत कर सकते हैं। जब चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने भारतीय टीम की घोषणा की, तब यशस्वी और श्रेयस अय्यर को बाहर रखने पर प्रशंसकों ने नाराजगी व्यक्त की।


यशस्वी का बयान

मैशेबल इंडिया के साथ बातचीत में यशस्वी ने कहा, “मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देता। यह सब चयनकर्ताओं के हाथ में है। टीम के संयोजन के अनुसार निर्णय लिए जाते हैं। मैं वही कर सकता हूं जो मेरे हाथ में है।” उन्होंने आगे कहा, “जब मेरा समय आएगा, सब कुछ अपने आप ठीक हो जाएगा। मैं अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं और मेहनत जारी रखूंगा।”


शुभमन गिल की टीम में वापसी

शुभमन गिल को न केवल टीम में शामिल किया गया बल्कि उन्हें उप-कप्तान भी बनाया गया। उनकी वापसी के कारण संजू सैमसन को बल्लेबाजी क्रम में नीचे आना पड़ा। हालांकि, यशस्वी और श्रेयस अय्यर को बाहर किए जाने से प्रशंसक खुश नहीं हैं। यशस्वी ने अब तक 23 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 36.15 की औसत और 164.31 की स्ट्राइक रेट से 723 रन बनाए हैं। इसके अलावा, आईपीएल 2025 में भी उन्होंने 14 मैचों में 159.71 की स्ट्राइक रेट से 559 रन बनाए।


टेस्ट में स्थायी स्थान, टी20 में इंतजार

यशस्वी टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए एक स्थापित सलामी बल्लेबाज बन चुके हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा, “मुझे हमेशा से यकीन था कि मैं कुछ बड़ा करूंगा। मैं कभी रुकूंगा नहीं, बस मेहनत करता रहूंगा।” इंग्लैंड दौरे पर अपने माता-पिता के सामने शतक जड़ने को उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे खास पल बताया। उन्होंने कहा, “अपने माता-पिता के सामने शतक बनाना मेरे लिए बहुत खास था। यह मेरे करियर का एक यादगार लम्हा है।”