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यूक्रेन ने रूस पर किया बड़ा ड्रोन हमला, ज़ेलेंस्की ने बताया "शानदार अभियान"

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक महत्वपूर्ण ड्रोन हमले की घोषणा की, जिसे उन्होंने "शानदार अभियान" कहा। इस हमले में 117 ड्रोन शामिल थे और यह रूस के भीतर कई ठिकानों पर लक्षित था। ज़ेलेंस्की ने इसे यूक्रेन की सैन्य रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा है। जानें इस हमले के पीछे की योजना और इसके संभावित प्रभाव।
 

यूक्रेन का समन्वित ड्रोन हमला

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने बताया कि यूक्रेनी सेना ने रूस के भीतर एक व्यापक ड्रोन हमले को अंजाम दिया। ज़ेलेंस्की ने इसे एक "शानदार अभियान" करार दिया, जिसमें 117 ड्रोन शामिल थे। इस हमले के परिणामस्वरूप रूस को "काफी उचित और वाजिब" नुकसान हुआ है, और यह केवल सैन्य संपत्तियों को लक्षित करने के लिए किया गया था। यह हमला डेढ़ साल से अधिक समय से योजनाबद्ध था, जो यूक्रेन की सैन्य रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है।


राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अपने राष्ट्रीय संबोधन में इस उच्च जोखिम वाले ऑपरेशन की प्रशंसा की और कहा कि यह पूरी तरह से योजनाबद्ध और सटीक था। उन्होंने यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) और सशस्त्र बलों की सराहना की, यह बताते हुए कि हर विवरण को बारीकी से निष्पादित किया गया था। ज़ेलेंस्की ने कहा, "ये एक बिल्कुल अनोखा ऑपरेशन है।"


हमले में रूस के तीन अलग-अलग समय क्षेत्रों में फैले ठिकानों पर 117 ड्रोन और कई समन्वित ऑपरेशन शामिल थे। विशेष रूप से उन उपकरणों को निशाना बनाया गया, जो यूक्रेन के खिलाफ हमलों में उपयोग किए जा रहे थे। ज़ेलेंस्की ने बताया कि इस हमले में रूस के 34% रणनीतिक क्रूज मिसाइल वाहकों को लक्षित किया गया था, जिससे रूसी सैन्य क्षमता को कमजोर करने का प्रयास किया गया।


एसबीयू के प्रमुख वसील मालियुक ने भी इस हमले की गंभीरता को रेखांकित किया, यह बताते हुए कि रूस को बहुत नुकसान हुआ है। ज़ेलेंस्की ने यह भी बताया कि यूक्रेनी अभियान एक ऐसे स्थान से शुरू हुआ था जो FSB (रूसी संघीय सुरक्षा सेवा) कार्यालय के निकट स्थित था, यह दर्शाता है कि यूक्रेन ने रूस के सुरक्षा प्रतिष्ठानों के करीब से संचालन करने की क्षमता विकसित कर ली है।


इस गुप्त अभियान का कोडनेम 'स्पाइडरवेब' था, और एसबीयू का दावा है कि इस हमले ने कई एयरबेसों पर हमला किया, जिससे अनुमानतः 7 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में 40 से अधिक रूसी विमानों को निशाना बनाया गया, जिनमें रणनीतिक टीयू-95 और टीयू-22एम3 बमवर्षक शामिल थे। यदि ये दावे सही साबित होते हैं, तो यह रूसी वायु सेना के लिए एक बड़ा झटका होगा।