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यूक्रेन-रूस संघर्ष में ऐतिहासिक हमला: क्या बदल जाएगा युद्ध का संतुलन?

1 जून 2025 को यूक्रेन ने रूस के अंदर एक एयरबेस पर हमला कर 40 से अधिक बमवर्षकों को नष्ट कर दिया। यह हमला न केवल रूस की वायु शक्ति के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि यह सैन्य रणनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ भी है। इस हमले की विशेषता यह है कि किसी भी यूक्रेनी फाइटर जेट ने रूसी हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। इसके पीछे की रणनीति और तकनीकी नवाचार ने इसे एक ऐतिहासिक घटना बना दिया है। क्या यह हमला युद्ध का संतुलन बदल देगा? जानें इस लेख में।
 

यूक्रेन का ऐतिहासिक हमला

यूक्रेन-रूस युद्ध ने 1 जून 2025 को एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया। यूक्रेन ने रूस के 4,000 किलोमीटर दूर स्थित एक एयरबेस पर हमला कर 40 से अधिक बमवर्षकों को नष्ट कर दिया। यह हमला न केवल रूस की वायु शक्ति के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि सैन्य रणनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय भी बन गया है।


हमले की विशेषताएँ

इस हमले की विशेषता केवल इसके नुकसान में नहीं है, बल्कि इसे अंजाम देने के तरीके में भी है। किसी भी यूक्रेनी फाइटर जेट ने रूसी हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। ट्रकों में छिपे ड्रोन सिस्टम, रिमोट ऑपरेशन, महीनों की तैयारी और दुश्मन की सुरक्षा पर सटीक सर्जिकल वार—यह सब एक ऐसे युद्ध का संकेत है जिसमें नवाचार सबसे बड़ा हथियार बन गया है।


1967 का ऑपरेशन फोकस: एक ऐतिहासिक संदर्भ

1967 का ऑपरेशन फोकस: रणनीति की शुरुआत

यूक्रेन का यह हमला सीधे 1967 के इजराइली ऑपरेशन 'फोकस' की याद दिलाता है। उस समय इजराइल ने मिस्र, सीरिया और जॉर्डन के एयरबेस पर तेजी से हमला किया था, जिसमें दो घंटे से भी कम समय में 338 एयरक्राफ्ट नष्ट कर दिए गए थे। इसका परिणाम यह हुआ कि इजराइल ने पूरे युद्ध की दिशा बदल दी थी।


पेजर ऑपरेशन से मिलती-जुलती रणनीति

पेजर ऑपरेशन से मिलती-जुलती पैठ

2024 में इजराइल ने हिज़बुल्लाह के खिलाफ 'पेजर ऑपरेशन' चलाया था, जिसमें उसने नकली संचार उपकरणों के माध्यम से दुश्मन के नेटवर्क में सेंध लगाई थी। यूक्रेन के हमले में भी कुछ ऐसा ही देखा गया—लंबी योजना, तकनीकी घुसपैठ और एक ही हमले में बड़ा नुकसान।


ऑपरेशन बारब्रोसा की याद

ऑपरेशन बारब्रोसा की याद

यूक्रेन की यह स्ट्राइक रूस की वायुसेना पर 1941 के बाद का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। तब जर्मन लुफ्टवाफे ने हजारों सोवियत विमानों को जमीन पर ही नष्ट कर दिया था। अब यूक्रेन ने वही इतिहास दोहराया है, लेकिन नई तकनीक के साथ।


युद्ध का संतुलन बदलने की संभावना

नतीजा क्या होगा?

इस हमले के बाद युद्ध का संतुलन बदल सकता है। रूस को अपनी एयरबेस सुरक्षा पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता होगी। यूक्रेन ने यह साबित कर दिया है कि एक छोटा देश भी बुद्धिमत्ता और साहस के साथ बड़ी शक्तियों को चौंका सकता है।