योगी सरकार ने वृद्धा पेंशन योजना में नया लक्ष्य निर्धारित किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 61 लाख गरीब बुजुर्गों को वृद्धा पेंशन देने का वादा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में पूरा कर लिया है। अब, योगी सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में 67.50 लाख योग्य बुजुर्गों को पेंशन राशि पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
पिछले वित्तीय वर्ष की उपलब्धियां
पिछले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में, योगी सरकार ने 56 लाख गरीब बुजुर्गों के खातों में 1,000 रुपए प्रति माह की दर से पेंशन राशि भेजकर उनकी आर्थिक सहायता की थी।
पेंशन योजना का महत्व
योगी सरकार ने समाज कल्याण विभाग के माध्यम से 2025-26 में वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 61 लाख पेंशनरों का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे पहले ही पूरा कर लिया गया है।
डिजिटल प्रक्रिया का लाभ
इस महत्वपूर्ण निर्णय से योगी सरकार ने प्रदेश के बुजुर्गों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। सिंगल नोडल अकाउंट (एसएनए) प्रणाली ने पेंशन वितरण को डिजिटल और पारदर्शी बना दिया है, जिससे पेंशन सीधे आधार-लिंक्ड खातों में जाती है।
भ्रष्टाचार पर नियंत्रण
एसएनए प्रणाली न केवल वितरण को तेज करती है, बल्कि ऑडिट और ट्रैकिंग को भी सरल बनाती है, जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगता है।
आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में कदम
वृद्धावस्था पेंशन योजना योगी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो बुजुर्गों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने पर केंद्रित है। इस योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र के आर्थिक रूप से कमजोर वृद्धजनों को प्रतिमाह 1,000 रुपए की पेंशन दी जाती है।
लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि
योगी सरकार ने इस योजना को शुरू से ही प्राथमिकता दी है। 2017 में जब योजना का विस्तार शुरू हुआ, तब लाभार्थियों की संख्या 37.47 लाख थी, जो अब 67.50 लाख के लक्ष्य तक पहुंच गई है।
पिछले वर्षों में पेंशन वितरण
पिछले कुछ वर्षों में लाभार्थियों की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है। 2018-19 में 40,71,580 वृद्धजनों को इस योजना का लाभ मिला, जिसमें 1,87,913.10 लाख रुपए खर्च किए गए।
ऑनलाइन आवेदन की सुविधा
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया ने योजना को और सुलभ बना दिया है। कोई भी पात्र व्यक्ति एसएसपीवाई डैश यूपी डॉट गॉव डॉट इन वेबसाइट पर आवेदन कर सकता है।