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रांची में चोरी के मामले में चोर ने ग्रामीणों के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत

झारखंड की राजधानी रांची में हाल के दिनों में चोरी और चेन स्नैचिंग की घटनाओं ने स्थानीय लोगों को परेशान कर दिया है। पुलिस की निष्क्रियता के कारण लोग कानून को अपने हाथ में लेने को मजबूर हो रहे हैं। एक अजीब घटना में, एक चोर ने चोरी के दौरान ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। यह मामला कानूनी और सामाजिक दृष्टिकोण से उलझा हुआ है, जिससे पुलिस और प्रशासन को चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
 

रांची में बढ़ती चोरी की घटनाएं

रांची क्राइम न्यूज़: झारखंड की राजधानी रांची में हाल ही में चोरी और चेन स्नैचिंग की घटनाओं ने स्थानीय निवासियों को परेशान कर दिया है। पुलिस की निष्क्रियता और अपराधियों पर नियंत्रण न होने के कारण लोगों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। कई लोग अब कानून को अपने हाथ में लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इसी बीच, रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में एक अजीब घटना ने सबका ध्यान खींचा है, जहां एक चोर ने चोरी करने के दौरान उल्टा ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.


चोरी की कोशिश और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया

यह घटना 4 जून की रात को सत्यारी टोली में हुई, जब चार चोर - विजय कुमार, कमलेश चौहान, पंकज डोम, और जान सिंह, एक घर में चोरी करने के इरादे से घुसे। चोरों ने अलमारी से गहने और नकदी चुराना शुरू किया, लेकिन तभी घर के मालिक की नींद खुल गई। मालिक ने शोर मचाया, जिसे चोरों ने चुप कराने के लिए उन्हें पानी में डुबाने की धमकी दी। मालिक के शोर से आसपास के लोग जाग गए और मौके पर पहुंचकर चारों चोरों को पकड़ लिया। ग्रामीणों ने चोरों की जमकर पिटाई की, जिसमें विजय कुमार का हाथ फ्रैक्चर हो गया.


चोर की अनोखी शिकायत

चोर ने की शिकायत

घटना ने नया मोड़ तब लिया जब पश्चिम बंगाल के निवासी पंकज डोम ने जगन्नाथपुर थाने में ग्रामीणों के खिलाफ FIR दर्ज कराई। पंकज ने अपने आवेदन में कहा, "ग्रामीणों की पिटाई अन्यायपूर्ण थी और मेरे साथी को गंभीर चोटें आईं।" इस अनोखे मामले ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को असमंजस में डाल दिया है. रांची पुलिस ने अब पंकज की शिकायत पर आगे की जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह मामला कानूनी और सामाजिक दृष्टिकोण से काफी उलझा हुआ है.


पुलिस की नाकामी और जनता का आक्रोश

पुलिस की नाकामी और जनता का आक्रोश

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि चोरी और स्नैचिंग की घटनाओं को रोकने में कमी रही है। सत्यारी टोली की यह घटना इस बात का सबूत है कि जनता का धैर्य जवाब दे रहा है। एक ओर चोरों ने अपराध किया, तो दूसरी ओर ग्रामीणों की हिंसक प्रतिक्रिया ने स्थिति को और उलझा दिया.