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राहुल गांधी और दिनेश प्रताप सिंह के बीच गरमागरम बहस: क्या है मामला?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के बीच रायबरेली में एक सरकारी बैठक के दौरान तीखी बहस हुई। इस बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। राहुल गांधी ने बैठक में अपने अधिकारों का हवाला देते हुए कहा कि वे दिशा के अध्यक्ष हैं, जबकि दिनेश प्रताप सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें लोकसभा में स्पीकर की बात नहीं मानने का अधिकार है। इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और इसे 2024 लोकसभा चुनाव के बाद के समीकरणों की झलक माना जा रहा है।
 

राहुल गांधी और दिनेश प्रताप सिंह के बीच विवाद

राहुल गांधी- दिनेश प्रताप सिंह की बहस: कांग्रेस के नेता राहुल गांधी हाल ही में अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान पहुंचे, जहां दिशा समिति की बैठक में उनका और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के बीच तीखी बहस हुई। इस बहस का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें दोनों नेताओं के बीच की तल्खी स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।


बैठक में राहुल गांधी ने अपने अधिकारों का हवाला देते हुए कहा कि वे दिशा के अध्यक्ष हैं, इसलिए किसी भी चर्चा का संचालन उनसे पूछकर होना चाहिए। इस पर दिनेश प्रताप सिंह ने जवाब दिया कि जब आप लोकसभा में स्पीकर की बात नहीं मानते, तो मैं यहां क्यों मानूं? इस बयान के बाद बैठक का माहौल और भी गर्म हो गया।


बैठक में शामिल लोग

बैठक में कौन-कौन थे शामिल?



इस दिशा समिति की बैठक में रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, अमेठी से कांग्रेस सांसद केएल शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल थे। हालांकि, ऊंचाहार से सपा विधायक मनोज कुमार पांडे बैठक में उपस्थित नहीं थे, क्योंकि उन्हें हाल ही में समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।


दिनेश प्रताप सिंह का बयान

दिनेश प्रताप सिंह ने क्या कहा?


मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बाद में कहा कि राहुल गांधी दिशा की बैठक के नियमों का पालन नहीं करना चाहते थे, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि बैठक एक निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार होनी चाहिए। जब राहुल गांधी ने खुद को अध्यक्ष बताते हुए बैठक करने की बात कही, तो उन्होंने कहा कि संसद में भी आप अध्यक्ष के अधीन होते हैं, लेकिन वहां आप किस तरह व्यवहार करते हैं, यह सब जानते हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में गर्मागर्मी होती रहती है। राहुल गांधी एक टीम के साथ आते हैं और कई पन्नों का ड्राफ्ट लेकर आते हैं। मुझे गर्व है कि योगी-मोदी सरकार ने योजनाओं को धरातल पर उतारा है।


वायरल हुआ बहस का वीडियो

बहस का वीडियो वायरल


राहुल गांधी और दिनेश प्रताप सिंह के बीच हुई इस बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। वीडियो में दोनों नेताओं के बीच की तीखी नोकझोंक स्पष्ट रूप से सुनाई दे रही है। इसे राजनीतिक गलियारों में 2024 लोकसभा चुनाव के बाद के समीकरणों की झलक माना जा रहा है।


दिनेश प्रताप सिंह का राजनीतिक सफर

दिनेश प्रताप सिंह कौन हैं?


दिलचस्प बात यह है कि दिनेश प्रताप सिंह कभी गांधी परिवार के करीबी माने जाते थे, लेकिन बाद में उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा और बीजेपी में शामिल हो गए। अब वे उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं और राहुल गांधी के प्रमुख राजनीतिक विरोधियों में गिने जाते हैं।