राहुल गांधी का रायबरेली दौरा: विरोध और स्वागत का मिला-जुला अनुभव
राहुल गांधी का लखनऊ एयरपोर्ट पर आगमन
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बुधवार को लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनका स्वागत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और नेता आराधना मिश्रा मोना ने किया। इसके बाद, राहुल गांधी ने एयरपोर्ट से सीधे रायबरेली की ओर प्रस्थान किया।
विरोध का सामना
इस दौरान, योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने उनका विरोध किया। उनके समर्थकों ने नारेबाजी की। जिस मार्ग से राहुल गांधी का काफिला गुजर रहा था, वहां मंत्री ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया और थोड़ी देर बाद धरने पर भी बैठ गए। इस विरोध के कारण राहुल गांधी का काफिला लगभग एक किलोमीटर पहले ही रुक गया।
पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प
जब पुलिस मंत्री को हटाने के लिए पहुंची, तब भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। इससे पहले, हरचंदपुर में राहुल गांधी का काफिला पहुंचा, जहां उन्होंने गाड़ी रोककर स्थानीय लोगों से मुलाकात की। इस दौरान सपा के नेता भी उनसे मिलने के लिए उत्सुक दिखे।
राहुल गांधी का कार्यक्रम
हरचंदपुर के सपा ब्लॉक अध्यक्ष ने राहुल गांधी से मुलाकात की और अपने कार्यकर्ताओं से भी उनकी भेंट करवाई। इससे पहले, बछरावां में उनका स्वागत किया गया, जहां कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए। थोड़ी देर रुकने के बाद उनका काफिला आगे बढ़ गया।
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि राहुल गांधी 10 और 11 सितंबर को रायबरेली में रहेंगे। इस दौरान, वे बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे, प्रशासन की दिशा बैठक में भाग लेंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
राजनीतिक पोस्टर विवाद
राहुल गांधी के रायबरेली दौरे से पहले शहर में उनके पोस्टर चर्चा का विषय बने रहे। इन पोस्टरों में राजद नेता तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, और सपा मुखिया अखिलेश यादव को भगवान का दर्जा दिया गया।
पोस्टर में लिखा था, 'इंडिया की अंतिम आस, कलयुग के ब्रह्मा, विष्णु, महेश।' सपा नेता राहुल निर्मल बागी ने ये पोस्टर लगवाए हैं, जिससे राजनीति में हलचल मच गई है।
भाजपा के प्रवक्ता आनंद दुबे ने इस पोस्टर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव चुनाव के समय अपना रूप बदल लेते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस पोस्टर से स्पष्ट है कि सपा का एजेंडा सनातन धर्म का अपमान करना है।