राहुल गांधी की विजय से बातचीत पर राजनीतिक हलचल
राहुल गांधी और विजय की बातचीत
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ के बाद टीवीके नेता और प्रसिद्ध अभिनेता विजय से संवाद किया। इस बातचीत ने चेन्नई से लेकर दिल्ली तक काफी चर्चा का विषय बना दिया है। चर्चा का कारण यह है कि विजय ने अपनी पार्टी बनाने के बाद डीएमके को चुनौती दी और कांग्रेस को प्रस्ताव दिया कि वह डीएमके को छोड़कर उनके साथ गठबंधन करे। कांग्रेस ने इस प्रस्ताव पर कोई नकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। इस बीच, कांग्रेस के नेता डीएमके से अधिक सीटों की मांग करने लगे हैं। पिछली बार कांग्रेस ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार उनके नेता अधिक सीटों की इच्छा जता रहे हैं। राहुल गांधी और विजय के बीच बातचीत के बाद राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि विजय की पार्टी ने करूर में एक रैली का आयोजन किया था, जिसमें विजय छह घंटे की देरी से पहुंचे और उनके भाषण के दौरान भगदड़ मच गई। इस घटना में 40 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हुए।
जब राहुल गांधी की विजय से बातचीत पर राजनीतिक चर्चाएं बढ़ीं, तो कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि राहुल ने पहले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बात की थी और उनकी सहमति से ही विजय को फोन किया। उल्लेखनीय है कि राहुल इस समय दक्षिण अमेरिका के चार देशों की यात्रा पर हैं। उन्होंने वहां से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को फोन किया और भगदड़ के बाद राहत कार्यों पर चर्चा की। इस दौरान राहुल ने कहा कि वे विजय से भी बात करना चाहते हैं, क्योंकि रैली उनकी पार्टी की थी और उनके कार्यकर्ताओं की जान गई है। स्टालिन ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई। बाद में, स्टालिन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में राहुल गांधी को भाई बताया, जिससे कांग्रेस और डीएमके के बीच किसी भी तरह की खींचतान को खारिज किया गया।