राहुल गांधी के विरोध मार्च पर धर्मेंद्र प्रधान का तीखा हमला
विपक्ष का पैदल मार्च और केंद्रीय मंत्री का जवाब
नई दिल्ली। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कथित वोट चोरी के खिलाफ एक पैदल मार्च निकाला। हालांकि, पुलिस ने उन्हें संसद से चुनाव आयोग तक जाने से रोक दिया, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्षी नेताओं पर तीखा हमला किया।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यदि मतदाता सूची से किसी सही मतदाता का नाम हटता है, तो उसे जोड़ने की प्रक्रिया भी मौजूद है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि जहां SIR हो रहा है, वहां सही मतदाता का नाम कटने पर उसे जोड़ने की व्यवस्था है।
धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को चुनौती दी कि वे बिहार जाकर उन मतदाताओं के नाम जोड़कर लाएं जिनका नाम कटने की बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग में निष्पक्षता है और संविधान में इतनी ताकत है कि नाम जोड़ दिए जाएंगे। प्रधान ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का असली इरादा घुसपैठियों के नाम जोड़ने का है, जिससे वे देश के अधिकारों को विदेशियों और अपने निहित वोट बैंक को सौंपना चाहते हैं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की और कहा कि चुनाव आयोग ने चर्चा के लिए राहुल गांधी को बुलाया था, लेकिन वह नहीं गए। गोयल ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी क्यों भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता जैसे तेजस्वी यादव और ममता बनर्जी बेनकाब हो रहे हैं।