राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाए, चुनाव आयोग ने दी सफाई
राहुल गांधी के गंभीर आरोप
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों के लगभग सात महीने बाद चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एक लेख में कहा है कि भाजपा ने चुनाव में 'मैच फिक्सिंग' की है। राहुल का दावा है कि भाजपा की जीत पहले से ही सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए गए थे। इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें निराधार बताया है। राहुल ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में हुई गड़बड़ी बिहार में भी हो सकती है, इसे उन्होंने 'लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट' करार दिया।
पांच चरणों की योजना का खुलासा
राहुल गांधी ने शनिवार, 7 मई को एक लेख में लिखा है कि भाजपा और उसके सहयोगियों ने चुनाव जीतने के लिए पांच चरणों की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा कि पहले चरण में चुनाव आयोग में अपने अनुसार लोगों की नियुक्ति की गई। इसके बाद वोटर लिस्ट में फर्जी नाम जोड़े गए। तीसरे चरण में फर्जी मतदान के आंकड़े बढ़ाए गए। चौथे चरण में उन क्षेत्रों में फर्जी मतदान कराया गया, जहां भाजपा को हार का सामना करना पड़ सकता था। अंत में, पांचवे चरण में गड़बड़ी के सबूतों को छिपा दिया गया। उन्होंने इन सभी चरणों को विस्तार से समझाया है और प्रमाणित आंकड़े भी दिए हैं।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि चुनाव परिणामों के पक्ष में नहीं आने के बाद ऐसे आरोप लगाना बेतुका है। आयोग ने यह भी कहा कि 24 दिसंबर 2024 को कांग्रेस को भेजे गए अपने जवाब में सभी तथ्यों को स्पष्ट किया गया था, जो आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। आयोग ने यह भी कहा कि बार-बार ऐसे मुद्दे उठाने से सभी तथ्यों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
कांग्रेस के पूर्व आरोपों की पुनरावृत्ति
कांग्रेस ने पहले भी महाराष्ट्र चुनाव को लेकर कई आरोप लगाए थे, जिनका चुनाव आयोग ने बिंदुवार जवाब दिया था। राहुल ने अपने लेख में उन सभी आरोपों को दोहराया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में वयस्क आबादी से अधिक मतदाता बनाए गए और शाम पांच बजे 58 प्रतिशत मतदान का आंकड़ा दिखाया गया, जबकि अगले दिन यह 66 प्रतिशत तक पहुंच गया। इसके अलावा, उन्होंने 85 विधानसभा क्षेत्रों के 12 हजार मतदान केंद्रों पर फर्जी मतदान का आरोप लगाया।
लोकतंत्र के लिए गंभीर चेतावनी
राहुल ने अपने लेख में कहा कि यह समझना मुश्किल नहीं है कि भाजपा इतनी बौखलाहट में क्यों थी, लेकिन चुनाव में हेराफेरी करना मैच फिक्सिंग के समान है। उन्होंने कहा कि जो टीम धोखा देती है, वह भले ही जीत जाए, लेकिन इससे संस्थाओं की विश्वसनीयता कमजोर होती है। उन्होंने सभी जिम्मेदार भारतीयों से इन सबूतों को देखने और सवाल पूछने की अपील की। राहुल ने कहा कि चुनाव में मैच फिक्सिंग किसी भी लोकतंत्र के लिए जहर है।