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राहुल गांधी ने वोटर अधिकार यात्रा में चुनाव आयोग पर उठाए सवाल

राहुल गांधी ने नवादा में आयोजित वोटर अधिकार यात्रा के दौरान चुनाव आयोग और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और भाजपा के बीच एक गुप्त समझौता है, जिसके तहत वोटों की चोरी की जा रही है। राहुल ने यह भी कहा कि बिहार में एक भी वोट की चोरी नहीं होने देंगे। उन्होंने महाराष्ट्र, हरियाणा और मध्य प्रदेश के चुनावों में धांधली का आरोप लगाया और कहा कि नए मतदाताओं की संख्या में अचानक वृद्धि पर सवाल उठाए। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और राहुल गांधी के ताजा बयान।
 

राहुल गांधी का आरोप: चुनाव आयोग और भाजपा में मिलीभगत

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'वोटर अधिकार यात्रा' के तीसरे दिन नवादा के भगत सिंह चौक पर एक सभा में कहा कि चुनाव आयोग और भाजपा के बीच एक गुप्त समझौता है, जिसके तहत वोटों की चोरी की जा रही है।


उन्होंने स्पष्ट किया कि वोट देना हर नागरिक का अधिकार है, जो संविधान द्वारा दिया गया है। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और चुनाव आयुक्त मिलकर इस अधिकार को छीनने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव और महागठबंधन के अन्य नेता यह सुनिश्चित करेंगे कि बिहार में एक भी वोट की चोरी न हो।


उन्होंने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र, हरियाणा और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में धांधली की गई है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में लगभग एक करोड़ नए मतदाता अचानक से सामने आए, जिससे भाजपा को जीत मिली। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग से इन नए मतदाताओं की जानकारी मांगी, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी की मांग की गई, लेकिन कानून में बदलाव कर दिया गया।


राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के नाम पर नए तरीके से वोट चोरी की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि हम इसे होने नहीं देंगे। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पहले आपका मतदाता पहचान पत्र जाएगा, फिर राशन कार्ड, और अंत में आपकी जमीन अडाणी और अंबानी को दी जाएगी। यह देश अडाणी और अंबानी का नहीं, बल्कि किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों का है।


हाल के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया है, जो देशहित में नहीं है। कांग्रेस ने जिन आंकड़ों के आधार पर चुनाव आयोग के खिलाफ अभियान चलाया था, वह आंकड़े अब गलत साबित हो गए हैं।


17 अगस्त को एक पोस्ट में महाराष्ट्र विधानसभा की सीटों पर वोटों की संख्या में कमी का दावा किया गया था, जिसे बाद में उस संस्था ने माफी मांगते हुए हटा दिया। सीएसडीएस के संजय कुमार ने कहा कि उनकी टीम ने आंकड़ों का गलत विश्लेषण किया था।


बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि यह वही संस्था है, जिस पर राहुल गांधी भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के झूठे नैरेटिव को बढ़ावा देने के लिए बिना सत्यापन के डेटा जारी किया गया।


राहुल गांधी और उनके सहयोगियों द्वारा चुनाव आयोग पर उठाए गए सवाल देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर कर सकते हैं। अगर चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए, तो इससे अराजकता का माहौल बन सकता है।


विपक्षी दलों द्वारा चुनाव आयोग के खिलाफ उठाए गए सवाल आत्मघाती साबित हो सकते हैं। सत्य सामने आ चुका है, और राहुल गांधी को एक सकारात्मक नीति के साथ आगे बढ़ना चाहिए।



-इरविन खन्ना, मुख्य संपादक।