राहुल गांधी पर भाजपा के हमलों का नया नैरेटिव: शातिर नेता या असुरक्षित नेता?
भाजपा का नया हमला
भाजपा ने राहुल गांधी पर अपने हमलों की दिशा बदल दी है। अब उन्हें शातिर, साजिशी और देश विरोधी के रूप में पेश किया जा रहा है। पहले, नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा ने राहुल को पप्पू साबित करने का अभियान चलाया था। भाजपा के नेता अक्सर उन्हें नासमझ और राजनीति में अनजाने में लाए गए नेता के रूप में चित्रित करते थे। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं से राहुल के खिलाफ ऐसे बयान दिलवाए जाते थे, जिससे जनता में यह धारणा बने कि वे कुछ नहीं जानते। प्रधानमंत्री भी उन्हें शहजादे कहकर संबोधित करते थे, जिससे यह संदेश मिलता था कि वे केवल एक नाम के लिए नेता हैं।
नए नैरेटिव की शुरुआत
हालांकि, अब यह नैरेटिव बदल गया है। राहुल गांधी को पप्पू कहने का चलन खत्म हो गया है। उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इस बदलाव की शुरुआत हुई। इससे पहले, किसान आंदोलन के दौरान भाजपा ने भारत के खिलाफ साजिश का नैरेटिव तैयार किया था। उस समय, राहुल को एक टूलकिट से जोड़ा जाने लगा, जिसे जॉर्ज सोरोस से जोड़ा गया। यह दावा किया गया कि राहुल इस अमेरिकी अरबपति के संपर्क में हैं और भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
सरकारी मंत्री के दावे
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक इंटरव्यू में कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस देश को अस्थिर करने की साजिश में शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जॉर्ज सोरोस ने भारत को अस्थिर करने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर का फंड रखा है। यह एक बड़ी राशि है, जो भारत के जीडीपी का एक तिहाई है। रिजिजू ने यह भी आरोप लगाया कि खालिस्तानी ताकतें और अन्य वामपंथी संगठन भारत के खिलाफ साजिश कर रहे हैं।
सरकार की कार्रवाई की आवश्यकता
यदि सरकार के पास ऐसी कोई जानकारी है, तो उसे तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को उठाना चाहिए। लेकिन ऐसा लगता है कि केवल नैरेटिव बनाया जा रहा है। राहुल गांधी को पप्पू साबित करने के बाद अब उन्हें देश विरोधी बताया जा रहा है। यह संदेश दिया जा रहा है कि राहुल और कांग्रेस देश के खिलाफ काम कर रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री मोदी अकेले इस स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस की आंतरिक राजनीति
रिजिजू ने कहा कि मोदीजी के रहते किसी को सफलता नहीं मिलेगी। यह नैरेटिव बौद्धिकों के लिए भी लागू किया जा रहा है। जो लोग केंद्र या राज्य सरकारों के खिलाफ सवाल उठाते हैं, उन्हें तुरंत देश विरोधी करार दिया जाता है। असम के मुख्यमंत्री ने भी कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया है कि वे असम को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी की छवि
राहुल गांधी पर हमलों का एक और पहलू उन्हें असुरक्षित नेता के रूप में प्रस्तुत करना है। प्रधानमंत्री ने संसद में कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व असुरक्षा बोध से ग्रस्त है। यह बात कांग्रेस के भीतर विभाजन को बढ़ाने का प्रयास है। हालांकि, यह राहुल की कमजोरी नहीं, बल्कि उनकी पार्टी पर पकड़ को मजबूत करने का संकेत है।