लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर क़ासिम: पाकिस्तान की आतंकवाद की नई योजना का खुलासा
क़ासिम का वीडियो संदेश
लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर क़ासिम: पाकिस्तान की दोहरी नीति एक बार फिर दुनिया के सामने आई है। जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख इलियास कश्मीरी के बाद अब लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर क़ासिम भी सामने आया है। उसने न केवल पाकिस्तान में आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविर की उपस्थिति को स्वीकार किया, बल्कि यह भी बताया कि भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर का मुख्यालय पूरी तरह से नष्ट हो गया था।
लश्कर का नया प्रशिक्षण कैंप
क़ासिम ने अपने वीडियो में बताया कि पाकिस्तान की सेना और सरकार की सहायता से लश्कर इस कैंप का पुनर्निर्माण कर रही है। उसने दावा किया कि नया कैंप पहले से कहीं अधिक बड़ा और आधुनिक होगा। इसके साथ ही, क़ासिम ने युवाओं को 'दौरा-ए-सफ़्फ़ा' नामक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भी प्रेरित किया, जिसमें धार्मिक ब्रेनवॉशिंग के साथ-साथ आतंकवादी गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जाती है।
दौरा-ए-सफ़्फ़ा प्रशिक्षण का उद्देश्य
क्या है दौरा-ए-सफ़्फ़ा ट्रेनिंग?
क़ासिम ने मुरीदके स्थित मरकज़-ए-तैयबा कैंप के खंडहरों के सामने खड़े होकर कहा कि यहां मुजाहिदीन और तलबा को प्रशिक्षण दिया जाता था। उसने कहा कि यह उनकी 'फ़तह' थी और अब पहले से भी बड़े पैमाने पर नया कैंप बनाया जाएगा। एक अन्य वीडियो में उसने युवाओं से दौरा-ए-सफ़्फ़ा कार्यक्रम से जुड़ने की अपील की, जिसमें आतंकियों की धार्मिक ब्रेनवॉशिंग और हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है।
क़ासिम का बयान
क़ासिम ने क्या कहा?
वीडियो में क़ासिम ने कहा कि बिस्मिल्लाह उर रहमान उर रहीम... इस समय मरकज साहिबा मुरीदके में जामिया मस्जिद है, जिसे हमले में नष्ट कर दिया गया था। अब इसकी तामीर का काम जारी है। अल्लाह के फजल से यह मस्जिद पहले से बहुत बड़ी बनेगी। अल्लाह तआला इस मस्जिद को अपने बंदों के लिए आबाद करे। यहां से बड़े मुजाहिद्दीन नमाजें पढ़कर गए हैं।
आतंकवाद को फंडिंग के स्रोत
भूकंप और बाढ़ के पैसों से आतंकवाद को फंडिंग
लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मरकज़ तैयबा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके में स्थित है। यह लंबे समय से आतंकियों के लिए प्रशिक्षण और हथियार भंडारण का केंद्र रहा है। 2005 में पाकिस्तान में आए भूकंप के दौरान लश्कर ने राहत कार्य के नाम पर धन जुटाया था, जिसे बाद में आतंकवादी ढांचे के निर्माण में खर्च किया गया। हाल ही में आई बाढ़ के दौरान भी लश्कर ने जनता से चंदा वसूला और अब वही पैसा मुख्यालय के पुनर्निर्माण में लगाया जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सफलता
भारतीय वायुसेना ने मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के तहत लश्कर-ए-तैयबा के इस मुख्यालय पर हवाई हमला किया था। इस हमले में कैंप और मस्जिद को भारी नुकसान पहुंचा। अब पाकिस्तान सरकार और सेना की मदद से लश्कर इसका पुनर्निर्माण कर रही है। सूत्रों के अनुसार, इस नए मुख्यालय का उद्घाटन पाकिस्तान 5 फरवरी 2026 को कश्मीर एकजुटता दिवस के मौके पर करने की योजना बना रहा है।