विपक्षी दलों का एकजुटता: विशेष तीव्र मतदाता सूची सुधार पर विरोध
विपक्ष का एकजुट होना
लोकतंत्र की घटती मान्यताओं के बीच विशेष तीव्र मतदाता सूची सुधार (SIR) ने विपक्षी दलों को फिर से एकजुट कर दिया है। पिछले 14 महीनों से अलगाव में रहने वाले INDIA ब्लॉक के दल 7 अगस्त को राहुल गांधी के निवास पर एक डिनर मीटिंग आयोजित करेंगे और अगले दिन चुनाव आयोग के कार्यालय की ओर एक संगठित विरोध मार्च निकालेंगे।
SIR पर विपक्ष की एकजुटता
INDIA ब्लॉक की पार्टियाँ, जो पिछले वर्ष विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग रुख अपनाए हुए थीं, अब SIR के मुद्दे पर एक साथ आई हैं। यह ब्लॉक संसद के बाहर बैठक कर रहा है, जो जून 2024 के बाद से पहली बार हो रहा है जब सभी नेता एक मंच पर उपस्थित होंगे। विपक्ष का मानना है कि यह सुधार प्रक्रिया लोकतंत्र की मूल भावना को कमजोर कर रही है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
नेताओं की प्रतिक्रियाएँ और विरोध का स्वरूप
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि SIR का विरोध हर नागरिक को प्रभावित करता है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के मंदिर (संसद) की रक्षा का एक साधन बताया। वहीं, RJD के वरिष्ठ नेता मनोज कुमार झा ने इस प्रक्रिया को 'विशेष तीव्र विलोपन' कहा और इसे आपत्तिजनक बताते हुए INDIA ब्लॉक को देश के हित में खड़ा रहने की आवश्यकता बताई। दोनों नेताओं ने कहा है कि विपक्ष संसद में इस मुद्दे पर बहस की मांग करेगा।
विरोध प्रदर्शन की योजना
भविष्य की रणनीति और विरोध प्रदर्शन
मुख्य विपक्षी दलों के नेताओं की उपस्थिति के साथ 7 अगस्त को डिनर और 8 अगस्त को मार्च की योजना बनाई गई है। आम आदमी पार्टी ने इस ब्लॉक से दूरी बना रखी है, लेकिन संसद में SIR के विरोध को समर्थन देने का निर्णय लिया है। विपक्ष इस मुद्दे पर व्यवसायिक सलाहकार समितियों में बहस कराने का दबाव बनाएगा। TMC के विचारक Derek O’Brien ने कहा कि BJP इस विषय पर चिंतित है और संसद में विपक्ष उसे ट्यूटोरियल देने वाला है।