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शेख हसीना के बेटे का भारत से प्रत्यर्पण अनुरोध पर तीखा बयान

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे, सजीब वाजेद जॉय, ने भारत से प्रत्यर्पण अनुरोध पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपनी मां के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को खारिज करते हुए भारत को सीमा पार आतंकवाद के खतरे के प्रति चेतावनी दी। जॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी मां को शरण देने के लिए धन्यवाद दिया और बांग्लादेश में न्यायिक प्रक्रिया के उल्लंघन का आरोप लगाया। उनका कहना है कि अगर उनकी मां बांग्लादेश में रहतीं, तो आतंकवादियों द्वारा उनकी हत्या की योजना बनाई जा सकती थी।
 

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे का बयान

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे, सजीब वाजेद जॉय, ने ढाका से प्रत्यर्पण अनुरोध पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने अपनी मां के खिलाफ चल रही कानूनी कार्रवाई को अस्वीकार करते हुए भारत को सीमा पार आतंकवाद के बढ़ते खतरे के प्रति चेतावनी दी।


एक साक्षात्कार में, जॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी मां को शरण देने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि आतंकवादी उनकी हत्या की योजना बना रहे थे। उन्होंने बांग्लादेश के प्रत्यर्पण अनुरोध को पूरी तरह से खारिज करते हुए न्यायिक प्रक्रिया के उल्लंघन का आरोप लगाया।


जॉय ने बताया कि 17 जजों को बर्खास्त कर दिया गया और संसदीय मंजूरी के बिना कानूनों में अवैध संशोधन किए गए। उन्होंने कहा कि जब उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, तो कोई भी देश प्रत्यर्पण नहीं करेगा। उन्हें विश्वास है कि भारतीय अधिकारी इस अनुरोध को अस्वीकार कर देंगे।


शेख हसीना के 15 साल के कार्यकाल से जुड़े कई आरोप हैं, लेकिन जॉय का कहना है कि अंतरिम सरकार ने न्यायिक प्रक्रिया को गंभीरता से प्रभावित किया है। उन्होंने भारत को अपनी मां की जान बचाने का श्रेय दिया, यह कहते हुए कि अगर वह बांग्लादेश में रहतीं, तो आतंकवादियों द्वारा उनकी हत्या की जा सकती थी।


जॉय ने जुलाई 2024 में विरोध प्रदर्शनों को गलत तरीके से संभालने की बात स्वीकार की और इसे एक सुनियोजित राजनीतिक तख्तापलट बताया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अंतरिम सरकार ने पहले से दोषी आतंकवादियों को रिहा कर दिया है, जिससे बांग्लादेश में लश्कर-ए-तैयबा की गतिविधियाँ बढ़ गई हैं।