संसद का मानसून सत्र: हंगामे के बीच स्थगित हुई कार्यवाही
संसद में हंगामे का माहौल
संसद का मानसून सत्र लगातार दूसरे दिन हंगामे का शिकार हो गया। मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच राज्यसभा में बिहार में एसआईआर ड्राइव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिला।
विपक्ष की चर्चा की मांग
राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। बिहार के वोटर लिस्ट की विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य ने एक बड़ा बयान दिया।
उन्होंने चुनाव आयोग और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर बिहार में वोट काटने और मनमाने ढंग से जोड़ने की साजिश हो रही है, तो राज्यसभा का चलना या न चलना किस काम का है? यह टिप्पणी उन्होंने एसआईआर को लेकर की।
नोटिस देने वाले सांसद
विपक्ष की ओर से आप सांसद संजय सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई सांसदों ने बिहार में एसआईआर को लेकर नियम 267 के तहत नोटिस दिया और सदन में चर्चा की मांग की। लेकिन जब उनकी मांग को नहीं माना गया, तो संसद के अंदर काफी हंगामा हुआ। सदन के बाहर भी इस मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने बड़ा प्रदर्शन किया, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव समेत अन्य सांसद शामिल रहे।
बुधवार का हंगामेदार दिन
बुधवार को भी इस मुद्दे पर संसद में हंगामे की पूरी संभावना है। विपक्षी पार्टियों के हंगामे के कारण पहले कार्यवाही को 12 बजे फिर 2 बजे और इसके बाद बुधवार सुबह तक स्थगित कर दिया गया। संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलने वाला है, जिसमें सदन की कार्यवाही 18 दिन चलने की योजना है।