संसद का शीतकालीन सत्र: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने उठाए सवाल
संसद का शीतकालीन सत्र
संसद का शीतकालीन सत्र: संसद का शीतकालीन सत्र 1 से 19 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा, जैसा कि केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने बताया। इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सत्र को लगभग दस दिन की देरी से बुलाया जा रहा है और इसे जल्दी समाप्त किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार के पास कोई मुद्दा नहीं है?
जयराम रमेश ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि शीतकालीन सत्र इतनी देर से बुलाया जा रहा है। आमतौर पर यह 20 नवंबर के आस-पास शुरू होता है और 3-4 हफ्ते तक चलता है, लेकिन इस बार यह 1 दिसंबर से शुरू होगा और केवल 15 दिन चलेगा। उन्होंने यह भी पूछा कि सरकार किस बात से भाग रही है? क्या सरकार के पास चीन पर चर्चा करने का कोई मुद्दा नहीं है? क्या दिल्ली के प्रदूषण के कारण ऐसा हो रहा है? क्या सरकार ट्रंप के मामले में चर्चा से बच रही है?
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 1 से 19 दिसंबर 2025 तक संसद के शीतकालीन सत्र को बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि हमें एक सार्थक सत्र की उम्मीद है, जो लोकतंत्र को मजबूत करने और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने वाला हो।
गौरतलब है कि संसद का मॉनसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चला था। इस सत्र के पहले दिन राज्यसभा के तत्कालीन सभापति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया था। पिछले सत्र में एसआईआर और ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे पर काफी हंगामा हुआ था। इस सत्र में कुल 21 बैठकें हुई थीं, जिसमें राज्यसभा में 15 और लोकसभा में 12 बिल पास हुए थे।