×

संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक का आयोजन

संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होने जा रहा है, और इससे पहले आज एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया है। इस बैठक में सरकार विपक्ष से सहयोग मांगेगी, जबकि कई मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। बैठक का उद्देश्य संसद के सुचारु संचालन को सुनिश्चित करना है। जानें इस बैठक के महत्व और सत्र की संभावनाओं के बारे में।
 

सर्वदलीय बैठक का महत्व

संसद का मानसून सत्र: संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से प्रारंभ होने वाला है। इस महत्वपूर्ण सत्र से पहले, आज (रविवार) केंद्र सरकार द्वारा एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया है। इस बैठक का उद्देश्य सभी राजनीतिक दलों, विशेषकर विपक्ष से, संसद के दोनों सदनों के सुचारु संचालन के लिए सहयोग प्राप्त करना है। हालांकि, वर्तमान में कई मुद्दों पर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव की स्थिति है, जिससे यह संभावना है कि मानसून सत्र में हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

सूत्रों के अनुसार, यह सर्वदलीय बैठक सुबह 11:00 बजे संसद भवन के एनेक्सी में मुख्य समिति कक्ष में आयोजित की जाएगी। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 21 अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल 21 बैठकें निर्धारित की गई हैं। हालांकि, 12 से 18 अगस्त के बीच कोई बैठक नहीं होगी। यह ध्यान देने योग्य है कि संसद के सत्र से पहले सर्वदलीय बैठकें आयोजित करने की परंपरा रही है, जिसका उद्देश्य लोकसभा और राज्यसभा के सुचारु और प्रभावी संचालन के लिए सभी राजनीतिक दलों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।