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संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर अमित शाह का जोरदार बयान

संसद के मानसून सत्र के आठवें दिन, गृहमंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आतंकवाद को रोकने के लिए कुछ नहीं किया और उनकी प्राथमिकता राजनीति है। शाह ने ऑपरेशन महादेव की सफलता का जिक्र करते हुए बताया कि तीन आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे मुद्दों को हिंदू-मुसलमान के चश्मे से देख रहे हैं। जानें इस बहस के और भी महत्वपूर्ण पहलू।
 

संसद का मानसून सत्र: 8वां दिन

आज संसद के मानसून सत्र का आठवां दिन है। बुधवार को राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा जारी है। जैसे ही गृहमंत्री अमित शाह ने इस विषय पर बोलने के लिए खड़े हुए, विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। इस पर अमित शाह ने कहा, 'मुझे पता है कि ये लोग (विपक्ष) क्यों भाग रहे हैं, क्योंकि इतने वर्षों तक वोट बैंक के चक्कर में आतंकवाद को रोकने के लिए इन्होंने कुछ नहीं किया... इसलिए ये लोग यह बहस सुन नहीं सकते।'


आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई पर विपक्ष का सवाल

कल आतंकियों को क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था

विपक्ष के वॉकआउट से पहले शाह ने कहा, 'आप (कांग्रेस) पूछ रहे थे कि वे (पहलगाम के आतंकवादी) आज ही क्यों मारे गए? उन्हें कल क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था? क्या इसलिए कि राहुल गांधी को अपना भाषण देना था? ऐसा नहीं हो सकता। पूरा देश देख रहा है कि कांग्रेस की प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद का खात्मा नहीं, बल्कि राजनीति, वोट बैंक और तुष्टिकरण है.'


संसद में तीखी बहस

संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, 'पीएम मोदी को सदन में आकर बात करनी चाहिए। कई सवाल उनसे संबंधित हैं। अगर वे सदन में नहीं आते हैं तो यह सदन का अपमान है।' अमित शाह ने जवाब दिया, 'विपक्ष की मांग और स्टैंड दोनों सही नहीं हैं। यह बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में तय हुआ था कि सरकार जिसे चाहे जवाब दे सकती है। विपक्ष इसलिए वॉकआउट कर रहा है क्योंकि वे सुन नहीं सकते कि इन्होंने 10 साल में अपने वोट बैंक बचाने के लिए क्या किया है.'


ऑपरेशन महादेव की सफलता

ऑपरेशन महादेव की सफलता

अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव के बारे में बताया कि इस ऑपरेशन में 3 आतंकवादी मारे गए। एक आतंकवादी सुलेमान पहलगाम हमले में शामिल था। उन्होंने कहा कि देश की सेना ने उसे पाकिस्तान भागने नहीं दिया। लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय ऑपरेशन सिंदूर में ध्वस्त किया गया। शाह ने कहा, 'मुझे कई लोगों के मैसेज आए थे कि जब ये आतंकी मारे जाएं तो इनके माथे पर गोली मारना। जब ये आतंकी मारे गए तो इनके माथे पर ही गोली मारी गई.'


कांग्रेस पर निशाना

कांग्रेस पर निशाना

शाह ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर तंज करते हुए कहा, 'चिदंबरम किसे बचाना चाहते थे? जिस दिन इन्होंने सवाल पूछे उसी दिन ये तीन आतंकी मारे गए।' उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे हिंदू-मुसलमान के चश्मे से मुद्दों को देख रहे हैं और पूछा, 'कोई कहता है कि आतंकी आज ही क्यों मारे गए। मैं पूछना चाहता हूं कि इन्हें कितना जिंदा रखना चाहते हो.'


कश्मीर में आतंकवाद पर कड़ा रुख

कश्मीर में आतंकवाद पर कड़ा रुख

शाह ने कहा, 'मैं आतंकियों को संदेश देना चाहता हूं कि कितनी भी कोशिश कर लो, कश्मीर आतंकवाद से मुक्त होकर रहेगा।' उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले के बाद एनआईए ने खाली कारतूस बरामद किए, जिनकी चंडीगढ़ लैब में जांच से पुष्टि हुई कि हमले में यही हथियार इस्तेमाल हुए। शाह ने कहा, 'मोदी जी ने 24 अप्रैल को बिहार में कहा था कि पहलगाम हमला भारत की आत्मा पर है। आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है.'