सपा के पूर्व सांसद ने केंद्र सरकार के विधेयकों पर उठाए सवाल
केंद्र सरकार के विधेयकों पर सपा का विरोध
मुरादाबाद :- सपा के पूर्व सांसद डॉ एसटी हसन ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए तीन विधेयकों पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि ये विधेयक संविधान के खिलाफ हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक नेताओं पर बिना सबूत के आरोप लगाए जाते हैं, जिससे उनकी सदस्यता छिन सकती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक साधारण जेबकतरा भी जमानत पा सकता है, लेकिन राजनीतिक लोग इससे भी अधिक गंभीर स्थिति में हैं।
गृहमंत्री का नाम लिए बिना पूर्व सांसद ने क्या कहा:
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों पर आरोप नहीं लगे हैं? क्या अदालतों ने उन्हें तड़ीपार नहीं किया है? यदि आरोप साबित होते हैं, तो यह उचित है। लेकिन अगर किसी को एक महीने के लिए जेल भेजा जाता है, तो क्या वह अपनी कुर्सी नहीं खोता? उन्होंने कहा कि यह कानून संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है। वर्तमान में, चुने हुए मुख्यमंत्रियों को विपक्ष के नेताओं के खिलाफ ईडी और आयकर के माध्यम से फंसाना कोई नई बात नहीं है। यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा है, क्योंकि सरकार राजतंत्र की ओर बढ़ रही है।
राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोप पर पूर्व सांसद की प्रतिक्रिया:
राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के आरोप पर उन्होंने कहा कि क्या चुनाव कराने की आवश्यकता है? क्या सीधे-सीधे तानाशाही शुरू नहीं हो रही है? उन्होंने कहा कि पूरे देश को चुप रहना चाहिए और विशेष रूप से मुसलमानों पर अत्याचार होना जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी उनके खिलाफ होगा, उसे दंडित किया जाएगा, जैसे राजा-महाराजा के समय में होता था।