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समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग के फैसले पर उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग द्वारा कई राजनीतिक दलों के पंजीकरण रद्द करने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मोहम्मद आजम ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चुनाव आयोग को सत्ता पक्ष का एजेंट बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। आजम का कहना है कि लोकतंत्र में सभी दलों को चुनाव लड़ने का अधिकार है और पंजीकरण रद्द करना जनता के विश्वास को कमजोर करेगा। इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल बढ़ गई है, और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इससे सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ेगा।
 

समाजवादी पार्टी की कड़ी प्रतिक्रिया

समाचार :- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चुनाव आयोग द्वारा कई राजनीतिक दलों के पंजीकरण रद्द करने के निर्णय पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मोहम्मद आजम ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह संस्था अब निष्पक्ष नहीं रह गई है और सत्ता पक्ष के हित में कार्य कर रही है। आजम ने अपने बयान में कहा कि चुनाव आयोग अब 'जुगाड़ आयोग' बन चुका है, जिसकी हर गतिविधि भारतीय जनता पार्टी को लाभ पहुंचाने वाली होती है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने अपनी भूमिका बदलकर भाजपा का एजेंट बनने का कार्य किया है।


लोकतंत्र में सभी राजनीतिक दलों को चुनाव लड़ने का अधिकार है। पंजीकरण रद्द करना लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है और इससे जनता का विश्वास कमजोर होगा। आजम के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। विपक्षी दलों का कहना है कि संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है, जबकि भाजपा का कहना है कि चुनाव आयोग के सभी निर्णय कानून और पारदर्शिता के आधार पर लिए जाते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे बयानों से सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ेगा, और आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले इस तरह की बयानबाजी से राजनीतिक माहौल और गरमाने की संभावना है।