सीमांचल में चुनावी हलचल: ओवैसी, शाह और नीतीश की रणनीतियाँ
असदुद्दीन ओवैसी की सीमांचल यात्रा
असदुद्दीन ओवैसी: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी सीमांचल की 24 विधानसभा सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयास में हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने पांच सीटें जीती थीं, लेकिन बाद में चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए। इस बार ओवैसी ने सीमांचल न्याय यात्रा की योजना बनाई है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मेरे सीमांचल दौरे से कई लोगों की नींद उड़ गई है।'
आरजेडी के साथ समझौते की कोशिश
सूत्रों के अनुसार, ओवैसी आरजेडी से छह सीटों पर समझौते के लिए तैयार हैं। हाल ही में उनके प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान लालू प्रसाद यादव के घर गए थे, लेकिन उन्हें मुलाकात का अवसर नहीं मिला। यह घटना दोनों दलों के बीच तनाव को दर्शाती है। फिर भी, ओवैसी की सीमांचल में सक्रियता आरजेडी और महागठबंधन के लिए चिंता का विषय बन गई है।
अमित शाह का अररिया दौरा
अमित शाह का अररिया दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सीमांचल और कोसी क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे अररिया में 4400 नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान वे 2025 में 225 से अधिक सीटें जीतने की रणनीति पर चर्चा करेंगे। अमित शाह पहले भी सीमांचल का दौरा कर चुके हैं, और बीजेपी का उद्देश्य अल्पसंख्यक वोटों के साथ-साथ हिंदू मतदाताओं को एकजुट करना है।
नीतीश कुमार का कटिहार दौरा
नीतीश कुमार का कटिहार दौरा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चुनावी तैयारियों में जुटे हैं। वे कटिहार जिले के समेली प्रखंड का दौरा करेंगे, जहां वे साहित्य रत्न अनूपलाल मंडल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे और 250 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार आचार संहिता लागू होने से पहले अधिक से अधिक योजनाओं का लोकार्पण कर अपने विकास कार्यों को जनता के सामने लाना चाहते हैं।
सीमांचल की 24 सीटों पर सभी दलों की नजर
सीमांचल की 24 सीटों पर सभी दलों की नजर
सीमांचल क्षेत्र में 24 विधानसभा सीटें हैं, जो अल्पसंख्यक वोट बैंक के कारण हमेशा से महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। यही वजह है कि ओवैसी, शाह और नीतीश सभी नेता इस क्षेत्र में सक्रिय हैं। 2020 के चुनाव में AIMIM ने यहां अप्रत्याशित सफलता हासिल की थी, जिसके बाद बीजेपी और राजद दोनों ही सीमांचल में अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयास में हैं।