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स्टीव स्मिथ की वापसी: वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में खेलने की तैयारी

ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में खेलने के लिए तैयार हैं। पहले टेस्ट में चोट के कारण नहीं खेल पाने के बाद, स्मिथ ने अपनी वापसी की शर्तें साझा की हैं। जानें कि कैसे उनकी वापसी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को मजबूती देगी और किस खिलाड़ी को प्लेइंग 11 से बाहर होना पड़ेगा।
 

स्टीव स्मिथ की चोट से वापसी

WI vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख बल्लेबाज स्टीव स्मिथ पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ चोट के कारण नहीं खेल पाए थे। 3 मैचों की टेस्ट श्रृंखला का दूसरा मुकाबला 3 जुलाई से शुरू होगा, और स्मिथ इस मैच में खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच और स्मिथ ने इस बात के संकेत दिए हैं। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में फील्डिंग के दौरान उनकी उंगली में चोट लगी थी, लेकिन अब वह इस चोट से उबर चुके हैं और दूसरे मैच में खेलने की संभावना है। हालांकि, इसके लिए एक शर्त है।


स्मिथ की वापसी की शर्त

किस शर्त पर होगी स्मिथ की वापसी?


स्मिथ को साउथ अफ्रीका के खिलाफ फाइनल मैच में स्लिप में फील्डिंग करते समय चोट लगी थी। यदि वह वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हैं, तो उन्हें स्लिप में फील्डिंग करने से बचना होगा। चोट को ध्यान में रखते हुए, स्मिथ ने कहा कि, “विकेट के सामने खड़े होकर फील्डिंग करना मेरे लिए थोड़ा अजीब होगा। मैंने टेस्ट मैच में इससे पहले ऐसा नहीं किया है। मिड ऑन, मिड ऑफ और फाइन लेग पर फील्डिंग करना स्लिप में खड़े होने से काफी अलग होगा।”


टीम में बदलाव

स्मिथ की वापसी, कौन होगी टीम से बाहर?


स्टीव स्मिथ की वापसी के साथ एक खिलाड़ी को प्लेइंग 11 से बाहर होना तय है। पहले टेस्ट में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए जोश इंग्लिश को मौका दिया गया था, लेकिन वह दोनों पारियों में असफल रहे। पहले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 5 और दूसरी पारी में केवल 12 रन बनाए। इस स्थिति में, स्मिथ की वापसी पर इंग्लिश का बाहर होना लगभग निश्चित है।


ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी में मजबूती

स्मिथ की वापसी से मजबूत होगी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी


स्टीव स्मिथ, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 36 शतक बनाए हैं, की वापसी ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी को नई ऊर्जा प्रदान करेगी। पहले टेस्ट में टीम ने जीत हासिल की थी, लेकिन बल्लेबाजी में कुछ कमी थी। दूसरे टेस्ट में जीत हासिल करने के साथ-साथ टीम इस श्रृंखला पर भी नियंत्रण पाना चाहेगी और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए चक्र की शुरुआत जीत के साथ करना चाहती है।