×

हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस में नया मोड़

हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के आत्महत्या मामले में स्थिति गंभीर होती जा रही है। उनकी पत्नी डीजीपी शत्रुजीत कपूर को हटाने की मांग कर रही हैं। परिवार का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होगा। चंडीगढ़ में दलित संगठनों ने 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। इस मामले में कई राजनीतिक नेता भी शामिल हो रहे हैं। जानें इस जटिल मामले की पूरी कहानी।
 

शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ, महापंचायत ने दिया अल्टीमेटम


हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के आत्महत्या मामले में स्थिति और गंभीर होती जा रही है। उनकी पत्नी, अमनीत पी कुमार, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर को हटाने की मांग पर अड़ी हुई हैं। परिवार का कहना है कि जब तक डीजीपी और रोहतक के एसपी की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं किया जाएगा।


सोमवार को यह मामला सातवें दिन में प्रवेश कर गया है, लेकिन परिवार अभी भी पोस्टमार्टम के लिए सहमत नहीं हो पाया है। दलित संगठनों की महापंचायत ने चंडीगढ़ पुलिस प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है, जिसमें डीजीपी और रोहतक एसपी की गिरफ्तारी की मांग की गई है।


मामले में अब तक की प्रगति



  • धारा में बदलाव: चंडीगढ़ पुलिस ने मामले में एससी/एसटी एक्ट की धारा को मजबूत किया है। अब धारा 3 (2) (वी) लगाई गई है, जिसमें उम्रकैद और जुर्माने का प्रावधान है।

  • एसआईटी की जांच: चंडीगढ़ पुलिस द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने रोहतक पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर की मांग की है।

  • राज्यपाल का दौरा: आईपीएस वाई पूरन कुमार के घर पर कई राजनीतिक नेताओं का आना-जाना जारी है। राज्यपाल असीम घोष ने भी शोक संवेदना प्रकट की।

  • समर्थन और विरोध: एससी समाज ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है, जबकि दूसरी ओर खापें रोहतक के एसपी के समर्थन में खड़ी हैं।

  • डीजीपी का समर्थन: पलवल में पंजाबी संगठनों ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर का समर्थन किया है।

  • सुसाइड की तस्वीर: पूरन कुमार की सुसाइड की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें उनकी डेडबॉडी खून से सनी हुई है।


तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री का दौरा


तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी आज सुबह 10 बजे पूरन कुमार की पत्नी के घर शोक प्रकट करने पहुंचेंगे।