हरियाणा में 10,000 एकड़ का जंगल सफारी प्रोजेक्ट: युवाओं के लिए रोजगार के अवसर
हरियाणा जंगल सफारी: गुरुग्राम-नूह में विशाल जंगल सफारी का निर्माण!
हरियाणा जंगल सफारी: 10,000 एकड़ जंगल सफारी का निर्माण गुरुग्राम-नूह में! इस महीने टेंडर, युवाओं के लिए नौकरी के अवसर: गुरुग्राम | हरियाणा में पर्यटन और पर्यावरण के लिए एक महत्वपूर्ण उपहार! हरियाणा सरकार ने अरावली क्षेत्र में 10,000 एकड़ में एक विशाल जंगल सफारी प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है।
यह परियोजना इको-टूरिज्म को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का कार्य करेगी और हरियाणा को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता दिलाएगी। पर्यावरण, वन एवं वन्यजीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने इस मेगा प्रोजेक्ट की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। आइए, इस अद्भुत परियोजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हरियाणा का मेगा प्रोजेक्ट: हरियाणा जंगल सफारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित यह जंगल सफारी प्रोजेक्ट पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय रोजगार सृजन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन स्वयं पीएम मोदी करेंगे। यह जंगल सफारी गुरुग्राम और नूंह जिलों में 10,000 एकड़ के विशाल क्षेत्र में स्थापित की जाएगी। पहले चरण में 2,500 एकड़ में कार्य प्रारंभ होगा, और अगले दो महीनों में इसकी डिजाइनिंग और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह प्रोजेक्ट हरियाणा के लिए एक नया मील का पत्थर साबित होगा।
जल्द ही ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी
पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया जल्द ही आरंभ की जाएगी। पहले यह प्रोजेक्ट पर्यटन विभाग के अधीन था, लेकिन अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर इसे वन विभाग को सौंपा गया है।
गुजरात की प्रसिद्ध वनतारा परियोजना का दौरा कर वहां के अनुभवों को इस प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा। लाइफ साइंस एजुकेशन ट्रस्ट ने भी बैठक में एक प्रेजेंटेशन दिया, जिसमें PPP (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर इस प्रोजेक्ट को संचालित करने की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
पर्यावरण और युवाओं को मिलेगा बड़ा लाभ
मंत्री ने बताया कि अरावली ग्रीन बोर्ड परियोजना के तहत स्वदेशी पेड़-पौधों का रोपण, मिट्टी की सेहत में सुधार, भूजल संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ावा मिलेगा।
यह प्रोजेक्ट पर्यावरण को सशक्त बनाने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को वनमित्र योजना के तहत हरित रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। जंगल सफारी को केंद्रीय जू प्राधिकरण और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के नियमों के अनुसार विकसित किया जाएगा। जल्द ही इस पर कार्य आरंभ होगा, जिससे पर्यावरण और रोजगार दोनों को बढ़ावा मिलेगा।