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हरियाणा में किसानों के डिजिटल पंजीकरण में धोखाधड़ी का मामला

हरियाणा में 78.83% किसान अब डिजिटल पंजीकरण कर चुके हैं, लेकिन धोखाधड़ी की शिकायतें भी तेजी से बढ़ रही हैं। किसानों ने 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल पर 1,85,168 शिकायतें दर्ज की हैं, जिसमें गलत तरीके से पंजीकरण का मामला सामने आया है। कृषि विभाग ने किसानों को आश्वासन दिया है कि उनकी शिकायतों का समाधान किया जाएगा। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और किसानों की स्थिति के बारे में।
 

हरियाणा में किसानों की डिजिटल प्रगति

भिवानी, हरियाणा (Meri Fasal Mera Byora)। हरियाणा में 78.83% किसान अब डिजिटल हो चुके हैं। इसका मतलब है कि 12,32,834 किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर खरीफ फसलों जैसे धान, हरा चारा, बाजरा, मूंग, मोठ, लोबी, तिल, गन्ना, कपास और ग्वार की 71,49,734 एकड़ खेती का विवरण दर्ज किया है। हालांकि, कृषि से जुड़ी सुविधाओं का लाभ किसानों के साथ-साथ हैकर्स भी उठा रहे हैं।


शिकायतों की बाढ़

राज्यभर में मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर किसानों ने 1,85,168 शिकायतें दर्ज की हैं। इनमें से कई शिकायतें इस बात की हैं कि कुछ लोगों ने गलत तरीके से अपने नाम पर पंजीकरण कराया है। जांच में यह सामने आया है कि किसानों की खरीफ फसल के बचे रकबे को गलत तरीके से पोर्टल पर दर्ज किया जा रहा है।


पंजीकरण में गड़बड़ी

फसलों के पंजीकरण में दर्ज फोन नंबरों में से कई बंद हैं, जबकि कुछ नूंह और गुजरात के लोगों द्वारा रिसीव किए गए हैं। अनएक्टिव किसानों द्वारा खेत का पंजीकरण न करने से हैकर्स को सीधा लाभ मिल रहा है। राजस्व विभाग ने अब तक 1,48,998 शिकायतों का समाधान कर दिया है।


किसानों को सलाह

कृषि विभाग के डॉ. संजय मैचू ने कहा कि किसानों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। अपनी शिकायतें मेरी फसल मेरा ब्योरा पर दर्ज कर सकते हैं।


मेवात में पंजीकरण की स्थिति

नूंह में 96.07% खरीफ खेती का रकबा दर्ज

मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर खरीफ खेती का विवरण दर्ज कराने में मेवात के किसान सबसे आगे हैं। यहां के 96.07% किसानों ने खरीफ खेती का विवरण दर्ज किया है। इसके अलावा, यहां के किसानों ने पंजीकरण में गड़बड़ी की 63,929 शिकायतें दर्ज करवाई हैं। वहीं, फरीदाबाद के 39.60% किसानों ने भी पोर्टल पर अपनी फसल का विवरण दर्ज किया है। डीआरओ राजकुमार भोरिया ने बताया कि कई लोग गलत तरीके से दूसरों की फसलों को पंजीकृत करवा रहे हैं और इस संबंध में कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिन्हें समय पर निपटाया जा रहा है।


कैथल में लंबित शिकायतें

कैथल में 1126 शिकायतें 15 दिन पहले दर्ज हुईं

कैथल जिले में 1126 शिकायतें हैं, जिनमें किसानों की खरीफ खेती को किसी और के नाम पर पंजीकृत किया गया है। इन किसानों ने 15 दिन पहले मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी शिकायतें दर्ज करवाई थीं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इनमें अम्बाला की 575, फरीदाबाद की 68, भिवानी की 336, गुरुग्राम की 58, झज्जर की 16, जींद की 162, पंचकूला की 115, पानीपत की 885, रेवाड़ी की 441, रोहतक की 18, सोनीपत की 27, यमुनानगर की 551 और पलवल की 12 शिकायतें लंबित हैं।