हरियाणा में बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए राहत की मांग: अनुराग ढांडा
हरियाणा सरकार पर किसानों के प्रति उदासीनता का आरोप
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने हरियाणा विधानसभा में बाढ़ से प्रभावित किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार राहत देने के बजाय नियमों का बहाना बनाकर किसानों से मुंह मोड़ रही है। हाल की बाढ़ ने किसानों की स्थिति को गंभीर बना दिया है, खेतों में रेत जमा हो गई है और फसलें बर्बाद हो गई हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई जा रही।
पंजाब सरकार के मॉडल की प्रशंसा
अनुराग ढांडा ने कहा कि जब पंजाब सरकार ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में ‘जिसका खेत, उसकी रेत’ जैसी नीति लागू की है, तो हरियाणा की भाजपा सरकार क्यों चुप है। पंजाब में बाढ़ से प्रभावित खेतों में जमी रेत को किसान की संपत्ति मानते हुए उसे निकालने और बेचने की अनुमति दी गई है, जिससे किसान न केवल अपने खेत साफ कर पा रहे हैं, बल्कि अतिरिक्त आय भी कमा रहे हैं।
हरियाणा सरकार की नीतियों पर सवाल
उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार की इस नीति से किसानों को राहत मिली है और रेत की कीमतों में 30-35 प्रतिशत की कमी आई है। इसके साथ ही अवैध खनन पर भी नियंत्रण पाया गया है। अनुराग ढांडा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हरियाणा में भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं पर संवेदना जताने के बजाय यह साबित करने में लगी है कि वह कुछ नहीं कर सकती।
आम आदमी पार्टी की प्रतिबद्धता
अनुराग ढांडा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की स्पष्ट सोच है कि प्राकृतिक आपदा में किसानों को अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। उन्होंने हरियाणा की भाजपा सरकार से अपील की कि वह राजनीतिक अहंकार छोड़कर पंजाब मॉडल अपनाए और बाढ़ प्रभावित किसानों को तुरंत राहत प्रदान करे।
किसानों के अधिकारों की रक्षा की प्रतिबद्धता
अनुराग ढांडा ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों के अधिकारों की इस लड़ाई को सड़क से सदन तक उठाती रहेगी और हरियाणा की भाजपा सरकार को उसकी किसान विरोधी नीतियों के लिए जवाबदेह बनाएगी।