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हरियाणा में शिक्षिका की हत्या: पुलिस में बड़े बदलाव और जांच की शुरुआत

हरियाणा के भिवानी जिले में एक 18 वर्षीय शिक्षिका की हत्या ने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस विभाग में बड़े बदलाव किए गए हैं। भिवानी के एसपी मनबीर सिंह को हटाकर आईपीएस सुमित कुमार को नया एसपी नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, कई पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। शिक्षिका का शव 13 अगस्त को खेतों में मिला था, और मामले में अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।
 

भिवानी हत्या मामले में प्रशासनिक कार्रवाई

Bhiwani Murder Case: हरियाणा के भिवानी जिले में एक 18 वर्षीय निजी स्कूल की शिक्षिका की हत्या का मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। पुलिस विभाग द्वारा मामले को सुलझाने में असफल रहने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हस्तक्षेप किया है। इसके परिणामस्वरूप भिवानी के एसपी मनबीर सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है, और उनकी जगह आईपीएस सुमित कुमार को नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है।


इसके साथ ही, लोहारू थाना प्रभारी अशोक, महिला एएसआई शकुंतला, डायल-112 की इमरजेंसी रिस्पांस टीम के एएसआई अनूप, कांस्टेबल पवन और एसपीओ धर्मेंद्र को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है।


तबादले के आदेश

तबादले के आदेश जारी 


गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने शुक्रवार रात को तीन आईपीएस और दो एचपीएस अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए। हटाए गए एसपी मनबीर सिंह को अब आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) मुख्यालय में नियुक्त किया गया है। आईपीएस सुरेंद्र सिंह भोरिया को नशा नियंत्रण ब्यूरो का एसपी और मधुबन की 5वीं बटालियन का कमांडेंट बनाया गया है। एचपीएस अमित दहिया को झज्जर में डीसीपी (अपराध) और पंखुड़ी कुमारी को अंबाला में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में एसपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।


हत्या का मामला

क्या है पूरा मामला


शिक्षिका एक निजी प्ले स्कूल में पढ़ाती थी। 13 अगस्त को उसका शव सिंघानी गांव के खेतों में बुरी तरह क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। गला काटा गया था और शव सड़ चुका था, यहां तक कि गर्दन की हड्डियां भी गायब थीं। दुष्कर्म की आशंका को देखते हुए नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।


14 अगस्त को परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव लेने से इनकार कर दिया। तब से यह मामला लगातार गरमाया हुआ है, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है।