हरियाणा सरकार की पहली वर्षगांठ पर नायब सिंह सैनी की उपलब्धियां
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का विकास का संकल्प
पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने पहले वर्ष की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार किसानों, गरीबों, युवाओं और महिलाओं के समग्र विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार की नीति और नीयत दोनों साफ हैं, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में विकास कार्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। सरकार 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब वंचित अनुसूचित जातियों को उनके अधिकार मिल चुके हैं। सरकारी नौकरियों और पंचायतों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की गई है। पिछड़ा वर्ग बी को पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों में आरक्षण दिया गया है। सरकार ने प्रजापति समाज को मिट्टी के बर्तन के कारोबार के लिए 1,700 गांवों में भूमि अधिकार पत्र प्रदान किए हैं। हरियाणा ग्राम शामलात भूमि अधिनियम 1961 में संशोधन कर पट्टेदारों को भूमि का मालिकाना हक दिया गया है। पंचायत और पालिकाओं की भूमि पर लंबे समय से कब्जा रखने वाले परिवार अब कलेक्टर रेट के डेढ़ गुणा मूल्य पर मालिकाना हक के लिए आवेदन कर सकते हैं। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक 37,825 सोलर सिस्टम स्थापित किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर होती है। पिछले 11 फसल सीजन में 12 लाख किसानों के खातों में 1,54,000 करोड़ रुपये सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। फसल बेचने के 48 घंटे के भीतर भुगतान किया जाता है। खरीफ फसलों के लिए 2,000 रुपये प्रति एकड़ बोनस के रूप में 1,345 करोड़ रुपये दिए गए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और मुआवजे के तहत अब तक 15,000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किसानों को किया जा चुका है। हरियाणा कृषि भूमि पट्टा विधेयक-2024 पारित कर पट्टेदार किसानों और भूमि मालिकों के बीच विश्वास बहाल किया गया है। नकली बीज और कीटनाशक बनाने वालों के लिए 5 साल की सजा का कानून लागू किया गया है।
जब मनोहर लाल खट्टर के बाद हरियाणा की बागडोर नायब सिंह सैनी के हाथ में आई, तब पार्टी के भीतर और बाहर चर्चाएं तेज थीं। अधिकांश लोगों को संदेह था कि क्या नायब सिंह सैनी मनोहर लाल खट्टर की तरह राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर अपनी पकड़ बना पाएंगे। एक वर्ष बीतने के बाद, आज सैनी की राजनीतिक और प्रशासनिक क्षमता पर सवाल उठाने वालों को उत्तर मिल गया होगा।
जैसे 'रिले रेस' में एक खिलाड़ी अपनी 'बैटन' को अगली दौड़ने वाले को सौंपता है, उसी तरह खट्टर और सैनी के बीच तालमेल भी महत्वपूर्ण है। मनोहर लाल खट्टर के बाद नायब सिंह सैनी ने जिस तरह सरकार को चलाया और सभी का सहयोग लिया, उससे उनकी परिपक्वता और व्यक्तित्व का पता चलता है।
नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा ने विकास की गति को बनाए रखा है। यह मुख्यमंत्री के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी, जिसे उन्होंने सफलतापूर्वक पार किया है। सरकार की पहली वर्षगांठ पर उन्हें बधाई।
-इरविन खन्ना, मुख्य संपादक।