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हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से भारी तबाही, तीन की मौत

हिमाचल प्रदेश में 15 सितंबर को बादल फटने से मंडी जिले में भारी तबाही मची है। जलमग्न बस स्टैंड और भूस्खलन की घटनाओं ने जनजीवन को प्रभावित किया है। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई है और कई लोग लापता हैं। मौसम विभाग ने इस वर्ष अधिक बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया है। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

हिमाचल में मॉनसून का कहर

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना: हाल ही में हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने गंभीर तबाही मचाई है। 15 सितंबर की रात को मंडी जिले के धरमपुर में बादल फटने से बस स्टैंड जलमग्न हो गया। तेज बारिश के चलते कई वाहन बह गए और लोगों को अपनी जान बचाने के लिए छतों पर शरण लेनी पड़ी। इस घटना में एक व्यक्ति लापता है, जिसके लिए पुलिस और प्रशासन ने रातभर रेस्क्यू अभियान चलाया।


भूस्खलन और जलभराव की स्थिति

धरमपुर में जलस्तर अचानक बढ़ने से बस स्टैंड और आसपास की दुकानों में पानी भर गया, जिससे अफरातफरी मच गई। राजधानी शिमला और उसके आस-पास के क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिससे यातायात और आम जनजीवन प्रभावित हुआ। मंडी जिले के निहरी क्षेत्र में एक चट्टान का मलबा एक घर पर गिर गया, जिससे वह ढह गया। इस भूस्खलन में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि दो अन्य को बचा लिया गया। रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है।


मौसम विभाग की रिपोर्ट

भारी बारिश का आंकड़ा: मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। जोगिंदरनगर में 56 मिमी, पालमपुर में 48 मिमी, पंडोह में 40 मिमी और कांगड़ा में 34.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा नगरोटा सूरियां, मंडी, सराहन, मुरारी देवी और करसोग में भी तेज बारिश हुई।


सड़कें और बिजली आपूर्ति प्रभावित

राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति: राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 493 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गईं। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग-3 का अटारी-लेह खंड, एनएच-305 का औट-सैंज खंड और एनएच-503ए का अमृतसर-भोटा खंड शामिल हैं। इसके अलावा 352 बिजली ट्रांसफार्मर और 163 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।


मॉनसून से हुए नुकसान का आकलन

नुकसान का आंकड़ा: अधिकारियों के अनुसार, 20 जून से मॉनसून की शुरुआत के बाद से बारिश और हादसों के कारण 409 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 41 लोग अभी भी लापता हैं। इनमें से 180 मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हुई हैं। राज्य को अब तक 4,504 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।


इस बार अधिक बारिश का रिकॉर्ड

बारिश का औसत: मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 15 सितंबर के बीच 991.1 मिमी औसत बारिश हुई, जबकि सामान्य बारिश 689.6 मिमी होती है। इस बार 44 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि हिमाचल प्रदेश से 20 से 25 सितंबर के बीच मॉनसून की विदाई हो सकती है।