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बस्तर हॉफ मैराथन में आशुतोष और रुक्मणी ने मारी बाजी,पुरुष वेटरन में किशन केसरिया ने लहराया परचम

 


जगदलपुर, 2 अक्टूबर (हि.स.)। शासकीय काकतीय स्नातकोत्तर पीजी कॉलेज धरमपुरा के परिसर में बुधवार काे खेल एवं युवा कल्याण और छत्तीसगढ़ एथलेटिक्स संघ के तत्वावधान में आयोजित बस्तर हॉफ मैराथन में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के करीब 1500 प्रतिभागी धावकों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। जिसमें सर्वाधिक बस्तर एवं कोण्डागांव जिले के प्रतिभागी सम्मिलित रहे। वहीं करीब 300 महिला धावकों ने भी मैराथन में भाग लेकर महिला शक्ति का प्रदर्शन किया। कुल 21 किलोमीटर की इस बस्तर हॉफ मैराथन में पुरूष वर्ग में आशुतोष बिंद ने पहला,पुकेश्वर लाल ने दूसरा तथा मनीष कुमार ने तीसरा स्थान हासिल किया। वहीं महिला वर्ग में रुक्मणी साहू ने प्रथम,भीमेश्वरी ने द्वितीय और नीता सलामे ने तृतीय स्थान अर्जित किया। इस दौरान पुरुष वेटरन वर्ग हेतु आयोजित 10 किलोमीटर स्पर्धा में किशन केसरिया ने पहला,मनोज रजवाड़े ने दूसरा और नरेन्द्र साहू ने तीसरा स्थान हासिल किया।

मुख्य आतिथ्य की आसंदी से सम्बोधित करते हुए विधायक जगदलपुर किरण देव ने कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में जीत-हार से भी बड़ी उपलब्धि स्पर्धा में शामिल होकर उत्कृष्ट प्रदर्शन करना है और इसमें भाग लेने वाले सभी खिलाड़ी बधाई के हकदार हैं। उन्होंने बस्तर हॉफ मैराथन में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सांसद बस्तर महेश कश्यप ने कहा कि हार-जीत स्पर्धा का अभिन्न हिस्सा है, लेकिन जो असफल होकर अपने दक्षता में सुधार कर भविष्य में श्रेष्ठतम प्रदर्शन के द्वारा परचम लहराता है, वह ज्यादा मायने रखता है। इसलिए किसी भी खिलाड़ी को असफलता से निराश नहीं होना चाहिए और भविष्य में बेहतर प्रदर्शन का लक्ष्य निर्धारित करना जरूरी है। उन्होंने बस्तर हॉफ मैराथन में शामिल सभी धावकों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

आरंभ में छत्तीसगढ़ एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष जीएस बाम्बरा ने बताया कि बस्तर हॉफ मैराथन को यहां आयोजित करने का उद्देश्य बस्तर अंचल के प्रतिभशाली धावकों को अवसर प्रदान करने सहित दूर-दराज ईलाके के प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि बस्तर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है बल्कि इन प्रतिभाओं को निखारने की जरूरत है। आज यहां पर बड़ी संख्या में उत्साहित धावकों को देखकर भविष्य में इस दिशा में बेहतर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और छत्तीसगढ़ एथलेटिक्स संघ नेशनल मैराथन स्पर्धा बस्तर में आयोजित करने की प्रयास करेगी। बस्तर के सबसे पुराने कॉलेज परिसर धरमपुरा में बुधवार सुबह अलग ही नजारा देखने को मिला जहां छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों से हजारों धावकों की मौजूदगी से खेलप्रेमी दर्शक भी काफी उत्साहित थे। इस दौरान अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर धावकों को रवाना किया। वहीं स्पर्धा के समापन पर विजयी प्रतिभागियों को मैडल एवं सम्मान निधि का चेक प्रदान किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए चयनित प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।

इस अवसर पर कस्तूरबा गांधी कन्या आवासीय विद्यालय घाटपदमूर तथा हॉयर सेकण्डरी स्कूल तितिरगांव के छात्राओं ने बस्तर की पारंपरिक लोकनृत्य की आकर्षक प्रस्तुति देकर प्रतिभागी धावकों तथा दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर महापौर सफीरा साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधियों सहित आईजी बस्तर सुंदरराज पी., एसपी शलभ सिन्हा और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही जिला एथलेटिक्स संघ एवं अन्य खेल संघों के पदाधिकारी एवं सदस्य,खेल प्रशिक्षक,शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं तथा बड़ी संख्या में धावकों के अलावा खेलप्रेमी गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे